Israel Gaza Conflict: इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग तीसरे दिन भी जारी है. दोनों तरफ से हो रहे हमलों में अब तक हजारों लोग जान गंवा चुके हैं. युद्ध की वजह के बारे में अब तक आप समझ ही गए होंगे. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि ये जंग कब खत्म होगी और जीत किसकी होगी. ऐसे में अगर इजरायल की ताकत की बात करें तो मिलिटरी पावर के क्षेत्र में यह दुनिया का 18वां सबसे ताकतवर देश है. इजरायल के पास 90 परमाणु हथियार हैं. लेकिन हमास से पार पाना इजरायल के लिए टेढ़ी खीर है.
अब आपको बताते हैं हमास के बारे में. इजरायल के लिए हमास हमेशा से चिंता का विषय रहा है. क्योंकि हमास को कई देशों का समर्थन प्राप्त है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसकी ज्यादातर फंडिंग कतर से होती है. हमास आतंकी संगठन के पास अत्याधुनिक हथियार हैं. ईरान हमेशा से हमास का सबसे बड़ा समर्थक रहा है. इजरायल पर हमले में हमास के लड़ाके ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इसके अलावा हमास अपने लड़ाकों को सख्त ट्रेनिंग देता है. कैंप में कई महीनों तक इन लड़ाकों को युद्ध से जुड़ी हर तरकीब सिखाई जाती है. इन लड़ाकों को कैंप में गुरिल्ला युद्ध की ट्रेनिंग दी जाती है. हमास अपने कैंप में युवाओं को ट्रेनिंग देकर भविष्य के लड़ाकों की फौज लंबे समय से तैयार कर रहा है. हमास के कैंप में हजारों की संख्या में युवाओं को युद्ध के लिए तैयार किया जाता है. रिपोर्ट की मानें तो कैंप में 15 से 25 हजार लड़ाकों को एक साथ तैयार किया जाता है. तमाम मुश्किलों के बावजूद गाजा पट्टी पर हमास अपने लड़ाकों को युद्ध की ट्रेनिंग देना जारी रखता है. इन्हें इन कैंप में गुरिल्ला स्टाइल युद्ध की ट्रेनिंग दी जाती है.
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच संघर्ष में दोनों पक्षों के मृतकों की संख्या 1,200 के पार चली गई है और हजारों लोग घायल हुए हैं. इजराइल में लगभग 700 लोगों के, जबकि गाजा पट्टी में करीब 500 फलस्तीनियों के मारे जाने की खबर है. फलस्तीनी आतंकवादी समूहों ने इजराइल के 130 लोगों को बंधक बनाने का दावा किया है. इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने गाजा की ‘पूर्ण घेराबंदी’ का आदेश देते हुए कहा है कि अधिकारी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप कर दें और वहां भोजन तथा ईंधन आपूर्ति रोक दें.
इजराइल की सेना ने कहा कि उसने गाजा पट्टी में एक हजार से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे क्षेत्र के पूर्वोत्तर हिस्से में मौजूद बेत हनून कस्बे का ज्यादातर भाग जमींदोज हो गया. इजराइली सेना के एक प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकन ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'हमारा काम यह सुनिश्चित करना है कि हमास के पास इजराइल को निशाना बनाने के लिए कोई सैन्य क्षमता नहीं बचे. इसके साथ ही हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमास गाजा पट्टी पर शासन करने के लायक न रहें.'
(एजेंसी इनपुट के साथ)