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Russia में 4 भारतीय छात्रों की नदी में डूबने से मौत, हादसे के वक्त एक स्टूडेंट कर रहा था अपने परिवार से वीडियो कॉल पर बात

Russia  News: मास्को में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘हम शवों को जल्द से जल्द परिजनों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. जिस छात्र की जान बचाई गई है, उसका उचित इलाज किया जा रहा है.’

Russia में 4 भारतीय छात्रों की नदी में डूबने से मौत, हादसे के वक्त एक स्टूडेंट कर रहा था अपने परिवार से वीडियो कॉल पर बात
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Manish Kumar.1|Updated: Jun 07, 2024, 02:47 PM IST

Russia: रूस की वोल्खोव नदी में डूबने से चार भारतीय छात्रों की मौत हो गई. भारतीय मिशन उनके शव जल्द से जल्द परिजनों तक पहुंचाने के लिए रूसी अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं. पीटीआई-भाषा के मुताबिक हादसे में जान गंवाने वाले चार भारतीय छात्रों में शामिल जीशान अशपाक पिंजरी नदी में डूबने से पहले अपने माता-पिता से वीडियो कॉल पर बात कर रहा था.  उसके परिवार के एक सदस्य ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. 

एक छात्रा का चल रहा है इलाज
एक अधिकारी ने बताया कि रूस की यारोस्लाव-द-वाइज नोवगोरोद स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले हर्षल अनंतराव देसाले, जीशान पिंजरी, जिया फिरोज पिंजरी और मलिक गुलामगौस मोहम्मद याकूब वोल्खोव नदी के पास घूम रहे थे और इस दौरान पानी के अंदर चले गए. अधिकारी ने बताया कि निशा भूपेश सोनावणे नाम की एक छात्रा जीवित बच गई और उसका इलाज चल रहा है. 

जलगांव के जिलाधिकारी आयुष प्रसाद ने कहा कि चारों के शव भारत लाने के लिए बंदोबस्त किए जा रहे हैं. 

जीशान कर रहा था परिवार से वीडियो कॉल पर बात
जीशान और जिया भाई-बहन थे और महाराष्ट्र के जलगांव जिले में अमलनेर के रहने वाले थे. हर्षल इसी जिले के भदगांव का रहने वाला था. 

पीटीआई भाषा के मुताबिक जीशान के परिवार के एक सदस्य ने स्थानीय मीडिया को बताया, ‘जब वे वोल्खोव नदी में उतरे तो जीशान अपने परिजनों के साथ वीडियो कॉल पर था. उसके पिता और अन्य परिजन जीशान और अन्य छात्रों से बार-बार नदी से बाहर निकलने को कह रहे थे तभी एक जोरदार लहर आई और वे गहरे पानी में चले गए.’

भारतीय दूतावास ने दी ये जानकारी
मास्को में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘हम शवों को जल्द से जल्द परिजनों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. जिस छात्र की जान बचाई गई है, उसका उचित इलाज किया जा रहा है.’

सेंट पीटर्सबर्ग में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि ये स्टूडेंट्स वेलिकी की नोवगोरोद स्टेट यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. महा वाणिज्य दूतावास ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘शोक-संतप्त परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं.’

स्थानीय अधिकारियों से संर्पक में महावाणिज्य दूतावास
महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि परिजनों तक शव जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए वेलिकी नोवगोरोद के स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क बना हुआ है. शोक-संतप्त परिवारों से संपर्क किया गया है और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया है.

विश्वविद्यालय ने जताया दुख
रूस में भारतीय दूतावास को दिए एक संदेश में विश्वविद्यालय ने घटना पर दुख जताया. विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘छात्र शाम को पढ़ाई के बाद खाली समय में वोल्खोव नदी के किनारे टहल रहे थे। यह हादसा आकस्मिक और अप्रत्याशित था। निशा भूपेश सोनावणे बच गईं। अब वह मेडिकल स्टाफ की देखरेख में हैं।’ उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि उसकी स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं और उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

अधिकारी ने कहा, ‘विश्वविद्यालय ने माता-पिता को तुरंत सूचित किया और वर्तमान में रूसी संघ में सभी संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।’उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने छात्रों के शवों को भारत भेजने में सहायता के लिए भारतीय राजदूत से अनुरोध किया है।

रूसी मीडिया के अनुसार, एक भारतीय छात्रा वोलखोव नदी में किनारे से थोड़ा दूर चली गई थी और डूबने लगी तो उसके चार साथी उसे बचाने की कोशिश में लग गए. खबरों के अनुसार, उसे बचाने की कोशिश में तीन और स्टूडेंट नदी में डूब गए. एक लड़के को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया.

(इनपुट एजेंसी)

(प्रतीकात्मक फोटो)

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