Manhattan Criminal Case: ट्रंप के खिलाफ मैनहटन क्रिमिनल केस ऐसे समय आगे बढ़ रहा है जब ट्रंप इस वर्ष राष्ट्रपति चुनाव के रिपब्लिकन टिकट के लिए संभावित उम्मीदवार भी हैं.
- Donald Trump News: डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास में आपराधिक मामले का सामना करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं. उनके खिलाफ ऐतिहासिक मुकदमा सोमवार को शुरू हो गया. इस केस के शुरू होते ही नवंबर में होने वाले चुनाव में उनकी उम्मीरदवारी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं.
- क्या है पूरा मामला?
यह केस ट्रंप और पोर्न स्टॉर्मी डेनियल्स से जुड़ा है. यह मामला 2016 का है. उस समय ट्रंप के पोर्न स्टार के साथ संबंध होने की बातें सामने आई थीं और आरोप है कि उन्होंने इसको छिपाने के लिए स्टॉर्मी को एक लाख 30 हजार डॉलर का भुगतान किया था.
- पूर्व राष्ट्रपति की कंपनी ने यह धन उनके वकील माइकल कोहेन को दिया था जिन्होंने ट्रंप की ओर से पोर्न स्टार को इसका भुगतान किया.
- अभियोजकों का कहना है कि कोहेन को किए गए भुगतान को ट्रंप के वास्तविक उद्देश्य को छिपाने के लिए कानूनी शुल्क के रूप में गलत तरीके से दर्ज किया गया था. वहीं, ट्रंप के वकीलों का कहना है कि यह वास्तव में कानूनी खर्च था और इसमें कोई लीपापोती नहीं की गई. आरोप साबपित होने पर ट्रंप को जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है.
- अगर दोषी ठहराए ट्रंप तो...
यह मुकदमा ऐसे समय आगे बढ़ रहा है जब ट्रंप इस वर्ष राष्ट्रपति चुनाव के रिपब्लिकन टिकट के लिए संभावित उम्मीदवार भी हैं.
- रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप की डेमोक्रेट राष्ट्रपति जो बाइडेन पर मामूली बढ़त है. चुनाव से सात महीने पहले उन्हें मैनहट्टन कोर्ट रूम में सप्ताह में चार दिन पेश होना पड़ेगा.
इस मुकदमे में भले ही उन्हें दोषी ठहरा दिया जाए, मगर उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने और चुने जाने से अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि संविधान आपराधिक सजा वाले उम्मीदवार पर मौन है.
- ट्रंप के खिलाफ दर्ज अन्य आपराधिक मामले
मैनहट्टन मामला संभवत: चुनाव से पहले सुनवाई के लिए आने वाला एकमात्र आपराधिक मामला होगा, क्योंकि जॉर्जिया में चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप वाला दूसरा केस जो तेजी से आगे बढ़ रहा था, आरोपों के कारण अटक गया है.
- ट्रंप के खिलाफ 6 जनवरी, 2021 के दंगों के कारण चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप वाला संघीय क्रिमिनल केस भी लंबित है. यह मामला उस समय का है, जब कांग्रेस को बाइडेन के चुने जाने की पुष्टि करने से रोकने के लिए उनके समर्थकों ने कैपिटल में तोड़-फोड़ की थी. सुप्रीम कोर्ट को अब राष्ट्रपति पद के उनके दावों पर फैसला करना है. उनके खिलाफ एक और लंबित संघीय आपराधिक मामला वर्गीकृत दस्तावेजों को नष्ट करने को लेकर है.
- कोर्ट में ट्रंप और जज मर्चन की भिड़ंत
ट्रंप ने कोर्ट रूम में एंट्री करने से पहले कहा, ‘यह राजनीतिक उत्पीड़न है, यह ऐसा उत्पीड़न है जैसा पहले कभी नहीं हुआ, किसी ने भी ऐसा कभी नहीं देखा है.’ अभियोजकों ने कहा है कि प्रॉसिक्यूशन केवल यह दिखाता है कि लोकतंत्र में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है.
- पूर्व राष्ट्रपति जब प्राइवेट सीक्रेट सर्विस गार्डों के साथ एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल में पहुंचे, तो बाहर उनका समर्थन करने वाले और उनका विरोध करने वाले लोग चिल्लाते हुए वहां जमा हो गए.
- कोर्ट रूम के अंदर ट्रंप अपने वकीलों के साथ एक मेज पर बैठे. उन्होंने अंतिम समय में जज जुआन मर्चन पर पक्षपाती होने का आरोप लगाते हुए उन्हें खुद को सुनवाई से अलग करने के लिए कहा. मर्चन ने मांग ठुकरा दी और केस को आगे बढ़ाया. बता दें मर्चन के साथ ट्रंप की कई झड़पें हुई हैं.
- मैनहट्टन के उप लोक अभियोजक जोशुआ स्टीनग्लास ने ट्रंप के खिलाफ मामलों की दोबारा गिनती शुरू की. उन्होंने कहा कि कुल 34 आरोप हैं. उन्होंने बचाव पक्ष के वकीलों के साथ बातचीत की कि विवादों पर मर्चन के सामने कौन से सबूत पेश किए जा सकते हैं.
- जूरी मेंबर का चयन
राज्य प्रक्रियाओं के तहत मुकदमे का शुरुआती चरण 12 जूरी मेंबर का चयन है, जो शुरू होने वाला है. अभियोजक और बचाव पक्ष के वकील उन संभावित जूरी मेंबर्स की बारीकी से जांच करेंगे और उन लोगों को जूरी में बैठने से रोकने की कोशिश करेंगे, जिन्हें वे पक्षपाती मानते हैं. ये मामला मैनहट्टन के लोक अभियोजक एल्विन ब्रैग की ओर से लाया गया है जो इस पद के लिए निर्वाचित डेमोक्रेट हैं.