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Javier Milei: इंटरव्यू में ये क्या बोल गए अर्जेंटीना के राष्ट्रपति? भड़के कोलंबिया ने उठाया ये कदम, मैक्सिको भी हुआ नाराज

Javier Milei Interview: कोलंबियाई विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा, 'अर्जेंटीना के राष्ट्रपति की अभिव्यक्ति ने हमारे देश की प्रतिष्ठा और लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए राष्ट्रपति (गुस्तावो) पेट्रो की गरिमा को ठेस पहुंचाई है.'

Javier Milei: इंटरव्यू में ये क्या बोल गए अर्जेंटीना के राष्ट्रपति? भड़के कोलंबिया ने उठाया ये कदम, मैक्सिको भी हुआ नाराज
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Manish Kumar.1|Updated: Mar 30, 2024, 08:19 AM IST

Argentina-Colombia: कोलंबियाई सरकार ने राजधानी बोगोटा में अर्जेंटीना के सभी डिप्लोमेट्स को देश से निकल जाने कहा है. सीएनएन के मुताबिक  यह ऑर्डर अर्जेंटीना (Argentina) के राष्ट्रपति के एक इंटरव्यू के बाद दिया गया जिसमें उन्होंने कोलंबियाई प्रेसिडेंट को 'आतंकवादी हत्यारा' कहा.

कोलंबियाई विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा, 'अर्जेंटीना के राष्ट्रपति की अभिव्यक्ति ने हमारे देश की प्रतिष्ठा और लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए राष्ट्रपति (गुस्तावो) पेट्रो की गरिमा को ठेस पहुंचाई है.'

सीएनएन को दिए इंटरव्यू में माइली ने की टिप्पणी
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली (Javier Milei) ने सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कोलंबियाई राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो (Gustavo Petro) पर यह सख्त टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'आप किसी ऐसे व्यक्ति से ज्यादा उम्मीद नहीं कर सकते जो आतंकवादी हत्यारा था.'

सीएनएन इंटरव्यू रविवार को ब्रॉडकास्ट किया जाएगा, लेकिन चैनल ने प्रसारण से पहले कुछ क्लिप जारी किए हैं. उनमें से एक में माइली ने यह राय देते हैं कि वामपंथी राष्ट्रपति पेट्रो के नेतृत्व में कोलंबिया (Colombia) की हालत खराब हो सकती है और देश वेनेजुएला (Venezuela ) और क्यूबा (Cuba) के जैसा बन सकता है.

गुरिल्ला ग्रुप के मेंबर थे पेट्रो
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक माइली ने एक पूर्व विद्रोही सेनानी के रूप में पेट्रो के अतीत का स्पष्ट संदर्भ देते हुए यह बात कही. पेट्रो 1980 के दशक में एम-19 गुरिल्ला ग्रुप के मेंबर थे. कोलंबियाई स्टेट के खिलाफ अपने युद्ध के हिस्से के रूप में,  ग्रुप ने 1985 में कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में पैलेस ऑफ जस्टिस पर हमला किया और 300 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया.

सुरक्षा बलों ने इमारत की घेराबंदी कर दी और एम-19 से इसे वापस लेने की लड़ाई में 100 से अधिक लोग मारे गए. इस घटना को कोलंबिया में 'आतंक के 28 घंटे' के रूप में जाना जाता है.

हालांकि पेट्रो एम-19 गुरिल्ला ग्रुप के मेंबर थे, लेकिन उन्होंने पैलेस ऑफ जस्टिस पर हमले में भाग नहीं लिया. वह उस समय ग्रुप में शामिल होने की वजह से जेल में थे.

पेट्रो ने कभी भी एम-19 के साथ अपने संबध को छिपाया नहीं है. यह ग्रुप 30 साल से भी अधिक समय पहले खत्म हो चुका है. 

कोलंबिया के पहले वामपंथी राष्ट्रपति के रूप में, उनकी घरेलू स्तर पर काफी आलोचना हुई हैं. हालांकि माइली द्वारा की गई टिप्पणियों पर देश में व्यापक आक्रोश है.

मैक्सिकन राष्ट्रपति पर भी साधा निशाना
माइली ने इंटरव्यू में मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर पर भी हमला किया और उन्हें 'अज्ञानी' कहा.

मेक्सिको में, जून में होने वाले चुनाव में राष्ट्रपति एन्ड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर की जगह लेने की होड़ में लगे दो उम्मीदवार भी उनके बचाव में आ गए. उन्होंने मांग की कि अर्जेंटीना के नेता लोपेज़ ओब्रेडोर के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करें. लोपेज़ ओब्रेडोर ने अतीत में माइली को 'फासीवादी अति-रूढ़िवादी' करार दिया था.

लोपेज़ ओब्रेडोर ने गुरुवार को, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में, पलटवार करते हुए हैरानी जताई कि अर्जेंटीना के लोगों ने 'किसी ऐसे व्यक्ति को वोट क्यों दिया जो सही नहीं है और जो लोगों का तिरस्कार करता है.' 

अपनी अभद्र टिप्पणियों के कुख्यात हैं माइली
लैटिन अमेरिकी राजनीति में व्यक्तिगत हमले असामान्य नहीं हैं. मिस्टर माइली अपनी भाषा और अभद्र बयानबाजी के लिए कुख्यात हैं. उन्होंने पिछले साल पोप फ्रांसिस पर निशाना साध कर कई लोगों को हैरान कर दिया था.

माइली ने पोप को 'सामाजिक न्याय की रक्षा करने वाला मूर्ख' कहा था. हालांकि पोप ने इन टिप्पणियों को खारिज कर दिया था और वेटिकन में एक बैठक के दौरान दोनों व्यक्ति गले मिले थे लेकिन लैटिन अमेरिकी राजनेता इतने क्षमाशील नहीं रहे हैं.

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