trendingNow11440409
Hindi News >>वेलनेस
Advertisement

Omicron के 2 नए वेरिएंट आए सामने, जिन्हें कहा जा रहा 'चचेरे भाई'; कई देशों में हड़कंप

Omicron Variant BQ.1 and XBB: कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो नए सब-वेरिएंट एक्सएक्सबी और बीक्यू.1 सामने आए हैं, जो एक ही परिवार से आते हैं और 'चचेरे भाई' हैं.

Omicron के 2 नए वेरिएंट आए सामने, जिन्हें कहा जा रहा 'चचेरे भाई'; कई देशों में हड़कंप
Stop
Zee News Desk|Updated: Nov 14, 2022, 10:30 AM IST

Omicron New Variant: कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण दुनियाभर के कई देशों में लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बीच ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट सामने आए है, जिससे कई देशों में हड़कंप मचा हुआ है. ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने अक्टूबर के अंत में ओमिक्रॉन के दो नए वेरिएंट को बीक्यू.1 और एक्सबीबी का नाम दिया. स्वास्थ्य अधिकारी इन पर नजर रख रहे हैं.

चचेरे भाई हैं बीक्यू.1 और एक्सबीबी

अगर ओमिक्रॉन के अलग-अलग वेरिएंट को एक परिवार के रूप में देखें, इस साल के शुरुआत में ब्रिटेन में प्रभावी रहा बीए.2 वेरिएंट (फिलहाल ब्रिटेन में प्रभावी स्वरूप) बीए.5 का जनक है और बीक्यू.1 उसका वंशज है. दूसरे शब्दों में कहें तो बीक्यू.1 बीए.5 का सब-वेरिएंट है. एक्सबीबी ओमिक्रॉन के बीए.2 के दो सब-वेरिएंट बीए.2.10.1 और बीए.2.75 का एक हाइब्रिड वेरिएंट है. लिहाजा, एक्सबीबी बीए.2 का दूसरा वंशज है. इस तरह एक्सएक्सबी और बीक्यू.1 एक ही परिवार से आते हैं और 'चचेरे भाई' हैं.

जब दो अलग-अलग सब-वेरिएंट की आनुवंशिक सामग्री के कुछ हिस्से आपस मिलते हैं तो एक संकर यानी हाइब्रिड वेरिएंट बनता है. हमने पहले भी कोरोना वायरस (Coronavirus) के साथ ऐसा होते देखा है, जिसे 'एक्स' (जैसे एक्सडी, एक्सई और एक्सएफ) से शुरू होने वाले भिन्न नाम से दर्शाया गया है.

किस तरह फैलते हैं ओमिक्रॉन के ये 2 नए वेरिएंट?

ओमिक्रॉन के बीक्यू.1 और एक्सबीबी वेरिएंट कितने खतरनाक है और क्या ये चिंताजनक हैं? आइए सबसे पहले जानते हैं कि ये किस तरह फैल रहे हैं. ब्रिटेन, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में बीक्यू.1 का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ONS) के हालिया आंकड़ों से अनुमान लगाया गया है कि देश में बीक्यू.1 के सब-वेरिएंट (बीक्यू.1 और बीक्यू.1.1 सहित) से संक्रमण के 16.7 प्रतिशत, जबकि अमेरिका में बीक्यू.1 और बीक्यू.1.1 से संक्रमण के लगभग 35 प्रतिशत मामले सामने आए.

एक्सबीबी का प्रकोप एशिया में अधिक नजर आता है. ओएनएस के आंकड़े बताते हैं कि ब्रिटेन में एक्सबीबी से संक्रमण के 0.7 प्रतिशत मामले सामने आए हैं. सिंगापुर में हाल ही में संक्रमण के जितने मामले सामने आए थे, उनमें से 58 प्रतिशत एक्सबीबी स्वरूप के थे. लेकिन, एक ओर जहां दुनिया भर में एक्सबीबी मामलों में वृद्धि देखी जा रही है तो दूसरी ओर सिंगापुर में इसके मामले कम होने लगे हैं. वैज्ञानिक उन विभिन्न क्षेत्रों पर करीब से नजर रख रहे हैं, जहां ये दोनों वेरिएंट पाए जा रहे हैं ताकि यह देखा जा सके कि कहां इनके ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.

बीक्यू.1 और एक्सबीबी के बीच क्या अंतर है?

स्पाइक प्रोटीन (वायरस की सतह पर एक प्रोटीन, जो इसे हमारी कोशिकाओं में जाने देता है) के ‘रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन’ में कई साझा उत्परिवर्तन होने के कारण ओमिक्रॉन स्वरूप सफल होते हैं. रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) वायरस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो स्पाइक प्रोटीन पर स्थिति होता है. स्पाइक प्रोटीन आरबीडी को शरीर के रिसेप्टर में जाने देता है, जिसके बाद यह कोशिकाओं में जाकर संक्रमण फैलाता है. बीक्यू.1 और एक्सीबी के बीच इनके रूप बदलने और अलग-अलग जगहों में फैलने लेकर एक महत्वपूर्ण अंतर है.

एक्सबीबी एंटीबॉडी को चकमा देने के मामले में सबसे आगे

स्पाइक प्रोटीन के जरिए वायरस हमारी कोशिकाओं को संक्रमित करता है और बीमारियों से रक्षा करने वाली हमारी एंटीबॉडी को निशाना बनाता है. एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन के भीतर उत्परिवर्तन एक्सबीबी को, कोविड टीकों द्वारा उत्पन्न एंटीबॉडी को बेअसर करने मदद कर सकता है. स्टडी में कहा गया है कि हमने कोरोना वायरस के जितने स्वरूप देखे हैं उनमें एक्सबीबी एंटीबॉडी को चकमा देने के मामले में सबसे आगे है.

क्या हमें एक्सबीबी से चिंतित होना चाहिए?

बीक्यू.1 और इसके मूल स्वरूप बीए.5 की तुलना में ओमिक्रॉन का एक्सबीबी वेरिएंट प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को ज्यादा चकमा दे सकता है, जिस वजह से यह काफी अंदर तक फैल सकता है और वायरस का प्रकोप बढ़ सकता है. अच्छी खबर यह है कि सिंगापुर के आंकड़ों के आधार पर एक्सबीबी में बीए.5 की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 30 प्रतिशत कम होने का अनुमान लगाया गया है.

इस बात की भी आशंका है कि ब्रिटेन आने वाले समय में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दोहरी लहर का सामना कर सकता है. इनमें से एक लहर यूरोप और अमेरिका में फैले बीक्यू.1 से, जबकि दूसरी लहर एशिया में फैले एक्सबीबी से उठ सकती है. हालांकि, अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि एक्सबीबी बीए.5 या बीक्यू.1 की जगह लेगा, या फिर कोई अन्य वेरिएंट अपने पांव पसारने के इंतजार में है.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Read More
{}{}