trendingNow11726030
Hindi News >>वेलनेस
Advertisement

Financial Mistakes: आपमें हैं ये गलत आदतें? हाथ में नहीं टिकेगा पैसा, इस तरह से बनाएं दूरी

Bad Habits :आपने बहुत सारे ऐसे लोग देखे होंगे, जिनकी कमाई ठीकठाक होती है.लेकिन उनके हाथ में पैसा नहीं टिकता है. आज हम आपको ऐसी ही 5 बड़ी गलतियों के बारे में बताएंगे, जिसके चलते लोगों के हाथ में पैसा नहीं टिकता. 

Financial Mistakes:  आपमें हैं ये गलत आदतें?  हाथ में नहीं टिकेगा पैसा, इस तरह से बनाएं दूरी
Stop
Jagrati Singh|Updated: Jun 05, 2023, 09:49 PM IST

Bad Habits about Money:आपने बहुत सारे ऐसे लोग देखे होंगे, जिनकी कमाई ठीकठाक होती है. इसके बावजूद आधा महीना गुजरते ही वे परिवार के लोगों या दोस्तों से पैसा मांगने को मजबूर हो जाते हैं. कहीं ऐसी हालत आपके साथ तो नहीं हो रही. आज हम आपको ऐसी ही 5 बड़ी गलतियों के बारे में बताएंगे, जिसके चलते लोगों के हाथ में पैसा नहीं टिकता. 

पैसों से जुड़ी बुरी आदतें (Bad Habits about Money)

बिना जरूरत के शॉपिंग करना

अपनी जरूरत की चीजें खरीदना लोगों के लिए सामान्य बात है. लेकिन काफी लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें खरीदारी की जरूरत नहीं होती, इसके बावजूद वे हर हफ्ते या हर महीने शौकिया खरीदारी करने जाते हैं. अगर भी ऐसी खरीदारी के शौकीन हैं तो इसे वक्त रहते बदल लेना ही आपके लिए फायदेमंद है. 

डेली पार्टी करना  

कभी-कभार किसी खास मौके पर दोस्तों के साथ पार्टी कर लेने में कोई हर्ज नहीं होता. लेकिन अगर यह पार्टीबाजी डेली रुटीन की बात बन जाए तो फिर गंभीर समस्या बन जाती है. आपके इस गलत शौक की वजह से आपको हर बार 500-1000 रुपये का नुकसान हो जाता है. 

ज्यादा खर्च करते जाना 

देश में कहावत है कि जितनी लंबी चादर हो, उतने ही पैर फैलाने चाहिए. यानी जितनी आपकी आर्थिक हैसियत हो, उतना ही पैसा खर्च करना चाहिए. इसलिए जीवन में खुशियां चाहिए तो अपनी कमाई के अनुसार ही खर्च करने की आदत डाल लें.

 दिखावटपन में पड़ना 

हमारे आसपास काफी लोग ऐसे दिख जाएंगे, जो दिखावटपन में बहुत यकीन रखते हैं. अपने दोस्त-रिश्तेदारों में रौब झाड़ने के लिए वे एक से बढ़कर महंगी चीज खरीदते हैं. ऐसे लोग बार्गेनिंग करने और क्वालिटी चेक करने पर ज्यादा विश्वास नहीं रखते. उ ऐसे लोग अगर महीने में 2-3 बार भी ऐसी खरीदारी कर लें तो उनका वहीं पर दिवाला निकल जाता है और बाद में वे दूसरों के सामने आर्थिक तंगी का रोना रोते फिरते हैं.

 

Read More
{}{}