इस गांव में नहीं चलता देश का संविधान, कड़े कानून जान होंगे हैरान

भारत के हर हिस्से में संविधान को माना जाता है साथ ही इसका सम्मान भी किया जाता है.

लेकिन भारत में ऐसा गांव है जो देश के संविधान को ही नहीं मानता, बल्कि अपने लिए अलग कानून ही बना लिए हैं.

हिमाचल की सुंदर वादियों में बसा मलाणा गांव कई रहस्यों से भरा है.

कुल्लू में 12 हजार फीट की ऊंचाई पर बसे गांव में अपनी खुद की संसद है.

इस संसद के भी दो सदन हैं यहां कानून बनाने से ले कर न्यायिक फैसले भी किये जाते हैं.

इस गांव की दिवार को कोई नहीं छू सकता. साथ ही यहां टूरिस्टों की नो एंट्री है.

चरस और गांजे की खेती के लिए भी ये जगह मशहूर है.

यहां की कनाशी भाषा को सीखने की किसी को परमिशन नहीं है.

VIEW ALL

Read Next Story