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खुद फोन टैपिंग केस में फंसे लोकेश शर्मा अपने बॉस अशोक गहलोत पर कर रहे वार, सचिन पायलट से हमदर्दी का राज क्या है?

Lokesh Sharma Phone Tapping Case: आखिर, क्या वजह है कि लोकेश शर्मा लगातार अपने बॉस अशोक गहलोत पर हमला कर रहे हैं. लेकिन, राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से हमदर्दी जता रहे हैं.

खुद फोन टैपिंग केस में फंसे लोकेश शर्मा अपने बॉस अशोक गहलोत पर कर रहे वार, सचिन पायलट से हमदर्दी का राज क्या है?
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Sumit Rai|Updated: Dec 06, 2023, 09:03 AM IST

Lokesh Sharma: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. हार के बाद अशोक गहलोत अपने ही ओएसडी लोकेश शर्मा के निशाने पर आ गए हैं. लोकेश शर्मा हार के लिए गहलोत को ही जिम्मेदार बता रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने गहलोत पर सीएम पद की लालच और सचिन पायलट का फोन टैप का आरोप लगाया है. आखिर, क्या वजह है कि लोकेश शर्मा लगातार अपने बॉस अशोक गहलोत पर हमला कर रहे हैं. लेकिन, राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से हमदर्दी जता रहे हैं.

अप्रूवर बन सकते हैं लोकेश शर्मा

अशोक गहलोत पर फोन टैपिंग का आरोप लगाने वाले लोकेश शर्मा खुद फोन टैपिंग मामले में फंसे हुए हैं. उन पर फोन टैपिंग का एक पुराना मामला चल रहा है. बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 24 मार्च 2021 को लोकेश शर्मा के खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज कराई थी. लोकेश शर्मा पर आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी तरीके से फोन पर बातचीत (टेलीग्राफिक सिग्नल) रिकॉर्ड करने के आरोप हैं. इस मामले में लोकेश शर्मा दिल्ली पुलिस के सामने 5 बार पेश हो चुके हैं. इसकी जानकारी कुछ समय पहले उन्होंने खुद दी थी. लोकेश शर्मा केस रद्द करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का भी रुख कर चुके हैं. जिसके बाद कोर्ट ने 3 जून 2021 को उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी और रोक अभी भी जारी है.

इस वजह से अशोक गहलोत से नाराज हैं लोकेश शर्मा!

अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी यानी ओएसडी रहे लोकेश शर्मा अपने बॉस से क्यों नाराज हैं, अब तक उन्होंने कुछ भी खुलकर नहीं कहा है. लेकिन, जानकार बताते हैं कि उनकी नाराजगी की वजह विधानसभा चुनाव में टिकट ना मिलना है. दरअसल, लोकेश शर्मा विधानसभा चुनाव में बीकानेर वेस्ट से टिकट चाहते थे, जो उन्हें नहीं मिला. जबकि, टिकट बंटवारे में अशोक गहलोत की चली और उन्होंने अपने की समर्थकों का टिकट कटने से बचाया. लोकेश शर्मा को अशोक गहलोत का करीबी माना जाता था. उन्हें राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 'सेंट्रल वॉर रूम' का सह-अध्यक्ष भी बनाया गया था.

फोन टैपिंग विवाद से सुर्खियों में आए थे लोकेश शर्मा

जुलाई 2020 में मानेसर प्रकरण के समय फोन टैपिंग मामले में लोकेश शर्मा सुर्खियों में आए थे. फोन टैपिंग मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में मार्च 2021 में एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. लोकेश शर्मा साल 2012 में अशोक गहलोत के साथ जुड़े थे और तभी से गहलोत के सोशल मीडिया को संभाल रहे हैं. 2013 और 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान लोकेश शर्मा के ऊपर ही गहलोत के कैंपेन को ट्विटर और फेसबुक के जरिए लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी थी. 2018 में कांग्रेस की वापसी के बाद वह गहलोत के ज्यादा करीबी हो गए. इसके अलावा लोकेश शर्मा कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई में प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.

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