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Moshi नाम का नया AI चैटबॉट हुआ लॉन्च, मिलेंगे GPT-4o जैसे फीचर्स

AI Chatbot Moshi: फ्रांस की एक AI कंपनी Kyutai ने Moshi नाम के एक नए AI चैटबॉट को डेवलप किया है. यह चैटबॉट बोलचाल की भाषा को समझ सकता है और आपकी आवाज के लहजे को भी पहचान सकता है. यह चैटबोट हीलियम नाम के एक बड़े लैंग्वेज मॉडल पर आधारित है. 

Moshi नाम का नया AI चैटबॉट हुआ लॉन्च, मिलेंगे GPT-4o जैसे फीचर्स
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Raman Kumar|Updated: Jul 07, 2024, 07:29 AM IST

Moshi AI Chatbot: फ्रांस की एक AI कंपनी Kyutai ने Moshi नाम के एक नए AI चैटबॉट को डेवलप किया है. यह चैटबॉट बोलचाल की भाषा को समझ सकता है और आपकी आवाज के लहजे को भी पहचान सकता है. साथ ही, इसे इंटरनेट के बिना भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह चैटबोट हीलियम नाम के एक बड़े लैंग्वेज मॉडल पर आधारित है. Moshi अलग-अलग लहजे और 70 तरह के भावों में बात कर सकता है. साथ ही, यह एक साथ दो लोगों की बातचीत को समझ सकता है और जवाब दे सकता है. 

200 मिलीसेकंड्स का रिस्पॉन्स टाइम 
इस AI चैटबॉट का नाम जापान के फोन कॉल उठाने के तरीके पर रखा गया है. इसका रिस्पॉन्स टाइम सिर्फ 200 मिलीसेकंड्स है, जो इसे GPT-4o के वॉइस मोड से भी तेज बनाता है. GPT-4o के वॉइस मोड का रिस्पॉन्स टाइम 232 - 320 मिलीसेकंड्स है. Kyutai कंपनी का कहना है कि उन्होंने Moshi को इंसानों की बातचीत के उतार-चढ़ाव सिखाने की कोशिश की है. बेहतर आवाज के लिए उन्होंने एक प्रोफेशनल वॉइस आर्टिस्ट की मदद भी ली है.

6 महीने में बनाया गया चैटबॉट 
GPT-4o के उलट Moshi काफी छोटा है और इसे सिर्फ 8 लोगों की टीम ने 6 महीने में बनाया है. इसे 1 लाख सिंथेटिक डायलॉग्स पर टेक्सट-टू-स्पीच टेक्नोलॉजी की मदद से प्रशिक्षित किया गया है. Kyutai का लक्ष्य है कि Moshi को ओपन सोर्स प्रोजेक्ट बनाया जाए मतलब कि इसका कोड और फ्रेमवर्क सभी के लिए उपलब्ध हो. इससे लोग प्राइवेसी की चिंता किए बिना इसका इस्तेमाल कर पाएंगे. अभी के लिए Moshi एक रिसर्च प्रोजेक्ट है, लेकिन यह भविष्य के लिए एक बड़ा कदम है. साथ ही Kyutai एक ऐसी टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रही है जो आवाज को पहचान सकेगी. इस टेक्नोलॉजी को भविष्य में Moshi में शामिल किया जा सकता है. 

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