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Google से भी तगड़ा है भारत का जियोपोर्टल-भुवन, देता है दस गुना ज्यादा डिटेल्ड जानकारी

What is India's Geoportal Bhuvan: जियोपोर्टल-भुवन इंटरनेट पर उपलब्ध एक ऐसा वेब पोर्टल है जो आपको भारत और दुनिया के बारे में भौगोलिक जानकारी (जैसे नक्शे, चित्र, डेटा) खोजने और उपयोग करने में मदद करता है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं. 

Google से भी तगड़ा है भारत का जियोपोर्टल-भुवन, देता है दस गुना ज्यादा डिटेल्ड जानकारी
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Raman Kumar|Updated: Jun 29, 2024, 04:34 PM IST

Geoportal Bhuvan: जियोपोर्टल-भुवन इंटरनेट पर उपलब्ध एक ऐसा वेब पोर्टल है जो आपको भारत और दुनिया के बारे में भौगोलिक जानकारी (जैसे नक्शे, चित्र, डेटा) खोजने और उपयोग करने में मदद करता है. यह गूगल मैप्स जैसा ही है और इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा बनाया गया है. ISRO अपने जियोपोर्टल "भूवन" के जरिए जानकारी देने की क्षमता में तेजी से तरक्की कर रहा है. 

दो नए टूल्स लॉन्च

इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने बताया है कि भूवन पर मौजूद जानकारी गूगल से दस गुना ज्यादा डिटेल्ड है. उन्होंने बताया कि भूवन-पंचायत और NDEM नाम के दो नए टूल लॉन्च किए गए हैं, जिनसे डेटा तक पहुंचना और उसका इस्तेमाल करना काफी आसान हो गया है. मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, भूवन पर कई सेकटर्स से जुड़े विस्तृत भौगोलिक आंकड़े मौजूद हैं. एग्रीकल्चर, अर्बन प्लानिंग और डिजास्टर मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में लिए जाने वाले फैसलों के लिए यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 

देता है डिटेल्ड जानकारी

नया लॉन्च किया गया भूवन-पंचायत टूल पंचायतों को उनके काम में मदद करने के लिए विश्लेषण के साथ-साथ ज्यादा विस्तृत जानकारी मुहैया कराता है. एस. सोमनाथ के मुताबिक "भूवन गूगल से दस गुना ज्यादा विस्तृत जानकारी देता है. हमने भूवन-पंचायत और NDEM नाम के दो नए टूल लॉन्च किए हैं, जिनमें काफी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल की गई है."

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के लिए बनाया गया डाटाबेस (NDEM) आपदा की स्थिति में सहायता करता है. यह जरूरी जानकारी जुटाकर जोखिम का आंकलन करने और उसे कम करने में मदद करता है. इससे पता चलता है कि इसरो अंतरिक्ष टेक्नॉलजी का इस्तेमाल समाज की भलाई के लिए कर रहा है. 

सोमनाथ ने बताया कि ये टूल जानकारी के अंतर को पाटने में अहम भूमिका निभाते है. इससे विभिन्न स्तरों पर काम करने वाले लोगों को सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों और दूसरी भौगोलिक जानकारी के आधार पर लिए जाने वाले फैसले में मदद मिलती है. भुवन का निरंतर विकास भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करता है और देश भर में अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए मजबूत समाधान प्रदान करता है. 

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