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Pakistan Cricket : बाबर, अफरीदी और रिजवान... 3 टुकड़ों में बंटी है पाकिस्तान क्रिकेट टीम! चौंकाने वाला खुलासा

पाकिस्तान क्रिकेट टीम का मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में बेहद घटिया प्रदर्शन रहा, जिसके नतीजा यह रहा कि बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई. भारत के ग्रुप में शामिल पाकिस्तान सुपर-8 में भी पहुंचने में कामयाब नहीं रही. अब टीम को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.

Pakistan Cricket : बाबर, अफरीदी और रिजवान... 3 टुकड़ों में बंटी है पाकिस्तान क्रिकेट टीम! चौंकाने वाला खुलासा
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Shivam Upadhyay|Updated: Jun 15, 2024, 11:10 PM IST

Pakistan Cricket Team : पाकिस्तान क्रिकेट टीम का मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में बेहद घटिया प्रदर्शन रहा, जिसके नतीजा यह रहा कि बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई. भारत के ग्रुप में शामिल पाकिस्तान सुपर-8 में भी पहुंचने में कामयाब नहीं रही. अब टीम को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पाकिस्तान के टी20 वर्ल्ड कप से जल्दी बाहर होने के लिए टीम के भीतर गुटबाजी में सीनियर खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. इस लचर प्रदर्शन के बाद टीम के साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में भी ‘बड़े बदलाव’ हो सकते हैं.   पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सूत्रों के मुताबिक कप्तान के रूप में वापसी पर बाबर आजम के सामने सबसे बड़ी चुनौती टीम को एकजुट करने की थी, लेकिन गुटबाजी के कारण वह ऐसा नहीं कर सके. 

टीम में सबकुछ ठीक नहीं

शाहीन शाह अफरीदी कप्तानी गंवाने और बाबर द्वारा जरूरत पड़ने पर उनका समर्थन नहीं करने से नाराज हैं, जबकि मोहम्मद रिजवान कप्तानी के लिए विचार नहीं किए जाने से नाखुश हैं. टीम के सूत्र ने बताया, 'टीम में तीन गुट हैं, एक का नेतृत्व बाबर आजम कर रहे है तो वहीं दूसरे खेमे की अगुवाई अफरीदी और तीसरे की रिजवान कर रहे हैं. इस सब के बीच मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम जैसे सीनियर खिलाड़ियों की वापसी से टीम की स्थिति और खराब हो गयी.' 

खिलाड़ी एक-दूसरे से बात नहीं करते

इस सूत्र ने आगे कहा, 'इमाद और आमिर की वापसी ने भ्रम बढ़ा दिया, क्योंकि बाबर के लिए इन दोनों से कोई सार्थक प्रदर्शन प्राप्त करना मुश्किल था. इन दोनों ने फ्रेंचाइजी आधारित लीगों को छोड़कर लंबे समय से टॉप लेवल की घरेलू या इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला था.' सूत्र ने बताया, 'ऐसे भी उदाहरण थे, जहां कुछ खिलाड़ी एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे थे और उनमें से कुछ ने टीम के तीनों खेमों की अगुवाई कर रहे खिलाड़ियों को खुश करने की भी कोशिश की.' 

टीम की समस्याओं के बारे में पता था... 

पीसीबी के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि अध्यक्ष मोहसिन नकवी को वर्ल्ड कप से पहले ही टीम की समस्याओं के बारे में अच्छी तरह से पता था. उनके करीबी और नेशनल सेलेक्टर वहाब रियाज ने उन्हें इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने कहा, 'नकवी ने सभी खिलाड़ियों के साथ अकेले में दो बैठकें की और निजी हितों की जगह वर्ल्ड कप जीतने पर फोकस करने को कहा था. उन्होंने उन्हें वर्ल्ड कप के बाद टीम में सभी गलतफहमियों को दूर करने का वादा भी किया था लेकिन बात नहीं बनी.' 

बाबर का बचाव नहीं कर रहा... 

सूत्र ने आगे कहा, 'मैं बाबर का बचाव नहीं कर रहा हूं, लेकिन एक कप्तान को क्या करना चाहिए जब आपका प्रमुख गेंदबाज कमजोर अमेरिका टीम के खिलाफ अंतिम ओवर में 15 रनों का भी बचाव नहीं कर सकता और फुल टॉस पर एक चौका और छह रन दे देता है.' उन्होंने कहा, 'संन्यास से वापसी करने वाले एक ऑलराउंडर को फिटनेस संबंधी समस्या के कारण टीम से बाहर बैठना पड़ता है.' उन्होंने कहा कि इन सब चीजों के बीच खिलाड़ियों के एजेंटों और सोशल मीडिया अभियान चलाने वाले कुछ पूर्व खिलाड़ियों सहित बाहरी तत्वों की भूमिका ने भी टीम में तनाव को और बढ़ाने का काम किया.

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