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Som Pradosh Vrat 2024: कल रखा जाएगा सोम प्रदोष व्रत, इन बातों का रखें ध्यान, भोलेनाथ प्रसन्न हो कर देंगे मनचाहा फल

Som Pradosh Vrat 2024: हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत रखने से व्यक्ति की जीवन की मुश्किलें दूर होती है.

Som Pradosh Vrat 2024: कल रखा जाएगा सोम प्रदोष व्रत, इन बातों का रखें ध्यान, भोलेनाथ प्रसन्न हो कर देंगे मनचाहा फल
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Gurutva Rajput|Updated: May 19, 2024, 01:13 PM IST

Som Pradosh Vrat 2024: हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत रखने से व्यक्ति की जीवन की मुश्किलें दूर होती है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. मई का दूसरा प्रदोष व्रत कल यानी 20 मई को रखा जाएगा. ये प्रदोष व्रत सोम प्रदोष व्रत होगा. आइए जानते हैं इस दिन किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है.

क्या न करें

शास्त्रों के अनुसार भोलेनाथ की पूजा में भूलकर भी केतकी के फूल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

सोम प्रदोष व्रत के दिन सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए. इस दिन भूलकर भी मांस मदिरा, तामसिक भोजन नहीं खाना चाहिए.

प्रदोष व्रत के दिन किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए. अपने से बड़ो का आदर सत्कार करें और ज्यादा से ज्यादा उनकी सेवा करें.

भगवान शिव की कृपा पाने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए. देर तक सोने से परहेज करना चाहिए.

सोम प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए. इस दिन काले कपड़े पहनने से शुभ परिणाम नहीं मिलते हैं.

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पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 20 मई 2024 को दोपहर 3 बजकर 58 मिनट पर होगी. वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 21 मई को शाम 5 बजकर 39 मिनट पर होगी. त्रयोदशी तिथि का प्रदोष काल 20 मई यानी कल ही होगा इसलिए प्रदोष व्रत 20 मई को रखा जाएगा. ये प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ रहा है इस कारण ये सोम प्रदोष व्रत कहलाया जाता है. इसका महत्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि सोमवार और प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है.

प्रदोष व्रत की पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. आप इस दो घंटे की अवधि में भगवान शिव की पूजा अर्चना कर सकते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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