Shani Dev Worship Rules: हिंदू धर्म और शास्त्रों में सभी देवी-देवताओं की पूजा के कुछ नियमों के बारे में बताया गया है. इन नियमों का पालन करते हुए अगर पूजा की जाए, तो देवता प्रसन्न होकर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं और उन पर जमकर कृपा बरसाते हैं. वहीं, अगर इन नियमों को नजरअंदाज किया जाए, तो व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे ही शनि देव को लेकर भी शास्त्रों में कई बातों का जिक्र किया गया है.
शनि देव का नाम सुनते ही व्यक्ति के मन में भय उत्पन्न होता जा है. हर व्यक्ति चाहता है कि शनि देव प्रसन्न होकर उन पर कृपा बरसाएं. शनि देव की डेढ़ी दृष्टि व्यक्ति को बर्बाद करने में जरा-भी देर नहीं लगाती. ऐसा माना जाता है कि महिलाएं शनि देव को न तो तेल चढ़ा सकती हैं और न ही छू सकती हैं. लेकिन कुछ नियमों का पालन करके शनिदेव की कृपा पाई जा सकती है.
शनि देव की पूजा के नियम
सही दिशा में करें पूजा- शनि देव की पूजा करते समय दिशा का खास ख्याल रखें. सही दिशा में पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. बता दें कि खशनि देव की पूजा पूर्व दिशा की मुख करके की जाती है. वहीं, ऐसा भी कहा जाता है कि शनि देव पश्चिम दिशा के स्वामी हैं, ऐसे में उनकी पूजा पश्चिम दिशा में मुख करके भी की जा सकती है.
पूजा पात्र के लिए इस्तेमाल करें ये धातु
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी देवताओं की पूजा में तांबे के पात्रों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन शनि देव के लिए तांबे के पात्रों का इस्तेमाल भूलकर भी न करें. कहते हैं कि सूर्य देव को तांबा बेहद प्रिय है. ऐसे में शनि देव की पूजा के समय लोहे के पात्रों का इस्तेमाल करें, क्योंकि शनि देव को लोहा अधिक प्रिय है.
इस रंग के वस्त्र धारण करें
शनि देव की पूजा करते समय काले या नीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना गया है. शनिवार के दिन शनि देव की चरणों में दीपक जलाएं. वहीं, इस रंग के फूल भी अर्पित किए जा सकते हैं.
लगाएं इन चीजों का भोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव काले रंग के तिल के लड्डू के भोग से प्रसन्न होते हैं. अगर आप चाहें तो उन्हें खाली काले तिल भी अर्पित कर सकते हैं. इसके अलावा उन्हें खिचड़ी का भोग भी लगाया जा सकता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)