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Mangla Gauri Vrat 2024: आज रखा है मंगला गौरी व्रत तो खाने में शामिल करें ये चीजें, पुण्य फलों की होगी प्राप्ति

Mangla Gauri Vrat 2024: सनातन धर्म में सावन के महीने का खास महत्व बताया गया है. इस माह में मंगलवार के दिन मंगला गौर व्रत रखा जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं और मां पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन व्रत रख रहीं महिलाएं को खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए. 

 
mangla gauri vrat 2024
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shilpa jain|Updated: Aug 06, 2024, 08:47 AM IST

Kab Hai Mangla Gauri Vrat 2024: हिंदू धर्म शास्त्रों में सावन का महीना बहुत ही पवित्र और शुभ माना गया है. इस माह में पड़ने वाले मंगलवार को मां पार्वती को समर्पित मंगला गौरी व्रत रखा जाता है. इस दिन विधिपूर्वक मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. साथ ही, पति की लंबी आयु और संतान सुख के लिए मंगला गौरी व्रत किया जाता है.  बता दें कि मां दुर्गा का आठवां रूप ही मां महागौरी है.  हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत  आज यानी 6 अगस्त के दिन पड़ रहा है.  

मंगला गौरी व्रत में क्या खाएं

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो महिलाएं या फिर कन्याएं मंगला गौरी व्रत रखती हैं, उन्हें व्रत के दौरान खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए. व्रत के नियमों का सही से पालन न करने पर शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती. वहीं व्यक्ति पुण्य फलों से भी वंचित रह जाता है.  व्रत के दौरान महिलाओं को फल का सेवन करना चाहिए. साबूदाने की खीर और साबूदाने की खिचड़ी को फलाहार में शामिल करना चाहिए. इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखें कि भोजन में नमक का इस्तेमाल न करें. व्रत में दूध और दही का सेवन करना चाहिए. 

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क्यों किया जाता है मंगला गौरी व्रत

धार्मिक मान्यता है कि सावन के मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखने से मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. इतना ही नहीं, इस व्रत के पुण्य प्रताप से वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है. साथ ही व्यक्ति के संतान सुख की प्राप्ति होती है.  

मंगला गौरीी व्रत विधि

- सावन माह के पहले मंगलवार से ही मंगला गौरी व्रत रखा जाता है. और सावन के आखिरी मंगलवार तक मंगला गौरी व्रत रखे जाते हैं. 

- इस दिन सुबह जल्दी उठकर व्रत का संकल्प किया जाता है. 

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- एक साफ लकड़ी की चौकी लें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं. साथ ही, मां पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें. 

- मंदिर में आटे का दीपक बनाकर जलाएं. विधिविधान के साथ मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करें. 

- मां मंगला गौरी व्रत के दौरान मां पार्वती को आटे के लड्डू, फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची और सुहाग का सामान अर्पित करें. पूजा में सामग्री की संख्या 16 होनी चाहिए. 

- पूजा के बाद मां गौरी की आरती करें और उनसे अखंड सौभाग्य के लिए प्रार्थना करें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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