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Mahalaxmi Vrat 2022: महालक्ष्मी व्रत का पहला शुक्रवार कल, इस एक उपाय को करने से होगी अटूट धन-सपंत्ति की प्राप्ति

Laxmi Ji Upay: मां लक्ष्मी का धन-वैभव की देवी के नाम से भी जाना जाता है. मां लक्ष्मी के प्रमुख व्रतों में से एक महालक्ष्मी व्रत भी शामिल है. इन 16 दिवसीय व्रतों का आरंभ 3 सितंबर राधाष्टमी के दिन से होता है और लगातार 16 दिन तक मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. 

 
फाइल फोटो
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Zee News Desk|Updated: Sep 08, 2022, 08:31 PM IST

Mahalaxmi Money Remedies: हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है. शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है. मां लक्ष्मी को धन-वैभव की देवी के नाम से भी जाना जाता है. मां लक्ष्मी के प्रमुख व्रतों में महालक्ष्मी व्रत भी शामिल है. महालक्ष्मी व्रत 16 दिवसीय व्रत होते हैं, इसमें लगातार 16 दिनों तक मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना, व्रत आदि रखे जाते हैं. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से इस व्रत की शुरुआत होती है. इस बार 3 सितंबर राधाष्टमी के दिन से महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत हुई थी.   

व्रत का समापन 17 सितंबर के दिन होगा. 16 दिन तक लगातार महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने के बाद व्रत का उद्यापन 17 सितंबर को किया जाएगा. कल यानी 9 सितंबर को महालक्ष्मी व्रत का पहला शुक्रवार पड़ रहा है. मां लक्ष्मी की दिन होने से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है. इन 16 दिनों तक मां लक्ष्मी की सच्चे दिन से पूजा करने से भक्तों को धन-वैभव की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कल शुक्रवार के दिन क्या खास उपाय करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.  

जानें महालक्ष्मी व्रत का महत्व

धार्मिक शास्त्रों में गजलक्ष्मी व्रत का उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पांडवों के जुएं में सब कुछ हार जाने के बाद श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को महालक्ष्मी व्रत रखने की सलाह दी थी. इन्हें रखने के बाद ही पांडवों को खोया हुआ राजपाट वापस मिला था. व्रत को लेकर मान्यता है कि ये व्रत और पूजन आदि करने से  घर में कभी गरीबी नहीं आती. साथ ही, मां लक्ष्मी भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. 

आर्थिक तंगी दूर करने का उपाय 

मान्यता है कि माहलक्ष्मी व्रत के दौरान अगर ये एक उपाय कर लिया जाए, तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. घर में आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि को किसी ब्राह्मण को सोना, कलश, इत्र, आटा, शक्कर, और घी भेंट कर दें. इसके साथ ही किसी कन्या को नारियल, मिश्री, मखाने और चांदी का हाथी भेंट में देने से लाभ होगा. कन्या वाला सामना अपनी बेटी को भी दिया जा सकता है. ऐसा करने से मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होंगी और आपके घर धन-संपत्ति की वर्षा होगी. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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