Dakshinavrati Shankh: हिंदू धर्म में हर देवी-देवता को सप्ताह के अलग-अलग दिन समर्पित है. शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है. इस दिन किए गए कुछ ज्योतिष उपाय व्यक्ति की तकदीर बदलने में सहायता करते हैं. ज्योतिष शास्त्र में मां लक्ष्मी की कुछ प्रिय चीजों के बारे में बताया गया है. अगर इन चीजों को घर की सही दिशा में रख दिया जाए, तो व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता.
शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी की प्रिय चीजों में शंख भी शामिल है. ऐसा माना जाता है कि शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शंख कई प्रकार के होते हैं. इनमें दक्षिणावर्ती शंख विशेष है.कहते हैं कि अगर नियमित रूप से इसकी पूजा की जाए, तो मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती हैं. घर के पूजा घर में रखना शुभ माना गया है. जानें इसे रखने की सही दिशा और इसके फायदों के बारे में.
दक्षिणावर्ती शंख मां लक्ष्मी का है भाई
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी शंखों में दक्षिणावर्ती शंख को सबसे खास माना जाता है. बता दें कि अन्य शंख का मुख बाईं ओर खुलता है और इसका दाईं ओर खुलता है. ज्योतिष शास्त्र में इसे दिव्य माना गया है. इस शंख की पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. इसे मां लक्ष्मी का भाई माना जाता है. ऐसा कहते हैं कि जहां पर दक्षिणावर्ती शंख होता है वहां मां लक्ष्मी का वास होता है.
ऐसे रखें दक्षिणावर्ती शंख
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर रखने और पूरे घर में छिड़ने से घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. इसके साथ ही नियमित रूर से पूजा करते समय शंख को दीप-धूप आदि दिखाएं. इससे घर में सकारात्मकता आती है और मां लक्ष्मी खुश होती हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शंख को सदैव मां लक्ष्मी के पास रखें. इसे हमेशा लाल रंग का कपड़ा बिछाकर रखना चाहिए. इसमें गंगाजल और कुश रखनी चाहिए. इसके बाद किसी आसन पर बैठ जाएं और ‘ऊं श्री लक्ष्मी सहोदराय नम:’ मंत्र का जाप करें. बता दें कि इस मंत्र का जाप कम से कम 5 माला करें. इससे मां लक्ष्मी का स्थायी निवास होता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)