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Chanakya Niti: इन 5 लोगों का कभी ना करें अपमान, अच्‍छा भला जीवन बन जाएगा नर्क

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्‍य के नीति शास्‍त्र में जीवन के ऐसे सूत्र बताए गए हैं, जिनका पालन करना जीवन को सफल बना देता है. आज हम चाणक्‍य नीति का एक ऐसा ही अहम सूत्र जानते हैं. 

Chanakya Niti: इन 5 लोगों का कभी ना करें अपमान, अच्‍छा भला जीवन बन जाएगा नर्क
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Shraddha Jain|Updated: May 27, 2024, 09:49 AM IST

Chanakya Niti for Life: अर्थशास्त्र के महान ज्ञाता आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में धन, सफलता, तरक्की, सुखी जीवन, मान सम्मान पाने को लेकर कई महत्‍वपूर्ण सुझाव दिए हैं. यदि चाणक्य नीति में बताई गई नीतियों को अपनाया जाए तो व्‍यक्ति अपने जीवन में उत्‍तरोत्‍तर प्र‍गति करता है. वहीं कई बार एक छोटी सी भूल भी जीवन को तबाह कर देती है. आचार्य चाणक्‍य ने सुखी जीवन पाने के जो सूत्र बताए हैं, उसमें से एक है 5 लोगों का अपमान करने से बचना. आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि जीवन में कभी भी ऐसे लोगों का अपमान ना करें, जो आपके जीवन में बर्बादी का कारण बने. इन लोगों का अपमान करने से देवी-देवता नाराज हो जाते हैं, सारे पुण्‍य नष्‍ट हो जाते हैं और व्‍यक्ति जीते जी नरक जैसा जीवन जीने को मजबूर हो जाता है. 

कभी ना करें इन लोगों का अपमान 

वैसे तो कभी भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए. लेकिन चाणक्‍य नीति में कुछ लोगों का अपमान करने की सख्‍त मनाही की गई है. इन लोगों का अपमान करना अपने अच्‍छे-भले जीवन को अपने हाथों नर्क बनाने जैसा है. इन लोगों की आह सुखी जीवन, पीढि़यों की विरासत और धन को भी नष्‍ट कर सकती है. 

माता: कभी अपनी मां या माता तुल्‍य महिला का अपमान ना करें. ऐसा करने वाला व्‍यक्ति बड़े पाप का भागीदार बनता है. उसे जीवन में सुख नहीं मिलता है. उससे देवी-देवता भी नाराज हो जाते हैं. उसका जीवन नर्क जैसा गुजरता है. बल्कि मां की खूब सेवा करें और उन्‍हें प्रसन्‍न रखें. 

पिता: पिता या पिता तुल्‍य बुजुर्ग का अपमान ना करें. ऐसा करना आपके पितरों तक को नाराज कर देता है. यदि अनजाने में ऐसा हो जाए तो तुरंत माफी मांग लें. 

गुरु: चाणक्य नीति के मुताबिक अपने गुरु या शिक्षक का अपमान नहीं करना चाहिए. गुरु का अपमान करने से बुद्धि भ्रष्‍ट हो जाती है. व्‍यक्ति गलत राह पर चल पड़ता है. हमेशा अच्‍छे गुरु का चयन करें और उसके बताए मार्ग पर चलें. 

ब्राह्मण: चाणक्य नीति के अनुसार कभी भी किसी ब्राह्मण देव का अपमान नहीं करें. यदि ब्राह्मण आपके घर पर आए तो यशोचित आदर-सत्‍कार करें. उसे दान-दक्षिणा दें. 

असहाय या दिव्‍यांगजन: ऐसे व्‍यक्ति जो असहाय हैं या नि:सक्‍त हैं, उनका अपमान करना आपको कई जन्‍मों तक बुरा फल देगा. लिहाजा ऐसे लोगों को ना तो सताएं और ना उनका अपमान करें. बल्कि जितना संभव हो गरीब, असहाय लोगों की मदद करें. उनके लिए जो संभव हो मदद करें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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