Mangal Gochar Effect: ग्रहों के राशि परिवर्तन से कई राशियों पर इसका लाभकारी असर देखने को मिलता है तो कई राशियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को भी मिलता है. वैदिक पंचांग के अनुसार 15 महीने बाद मंगल के कुंभ में प्रवेश करने से कई राशि वालों को जबरदस्त लाभ होने वाला है.
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी भी ग्रह को एक चक्र पूरा करने में निश्चित समय लगता है. कई बार एक ग्रह की दूसरे ग्रह के साथ युति सभी राशियों के जीवन को प्रभावित करती है. बता दें कि ग्रहों के सेनापति मंगल गोचर कर शनि के साथ युति बनाएंगे. इसका प्रभाव तीन राशि वालों के जीवन पर विशेष रूप से देखने को मिलेगा.
मेष राशि
मंगल ग्रह के कुंभ राशि में गोचर से मेष राशि के आय और लाभ के स्थान में संचरण करेगा. यही वजह है कि मेष राशि के लोगों के आय में बढ़ोतरी होगी. यदि कहीं पैसा अटका हुआ है तो वह पैसे वापस मिल जाएंगे और आय में वृद्धि भी होगी. इस योग के वजह से जो लोग जॉब कर रहे हैं वह अपने करियर पर नई उपलब्धियां हासिल करेंगे. यदि लंबे समय से संतान की प्राप्ति की आशा लिए हुए हैं तो इस समय मेष राशि का इंतजार खत्म होगा और उन्हें पुत्र या पुत्री की भी प्राप्ति हो सकती है.
वृषभ राशि
मंगल ग्रह इस राशि के कर्म भाव में विचरण करेगा. यही वजह है कि इन लोगों को कारोबार में सफलता हासिल होगी. वहीं व्यवसाय करने वाले लोगों को अपने बिजनेस में अच्छे परिणाम मिलेंगे. वहीं यदि कोई व्यक्ति बेरोजगार है तो इस समय नौकरी मिलने के अवसर बन रहे हैं.
कुंभ राशि
इन लोगों के लग्न भाव में मंगल ग्रह गोचर करेगा. यही वजह है कि लंबे समय यदि शादी की बातचीत चल रही है तो वह इस समय बात बन जाएगी. यह समय कुंभ राशि के व्यक्तित्व में निखार लाएगा और आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी.