Kaal Sarp Dosh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में कई तरह के ग्रह दोष होते हैं. इन दोषों को प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है. इन्हीं दोष में से एक है काल सृप दोष. ये दोष काल सर्प योग से बनता है जो ग्रहों कि विशेष स्थिति के कारण होता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में ये दोष होता है उसको जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक काल सर्प दोष का प्रभाव करने के लिए भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. आइए जानते हैं काल सर्प दोष क्या होता है और क्या है इसके निवारण के उपाय.
क्या होता है काल सर्प दोष?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति के जन्म के समय राहु और केतु ग्रहों के बीच बैठे हों तो ऐसे में काल सर्प दोष का निर्माण होता है. काल सर्प दोष के 14 प्रकार होते हैं और सभी का परिणाम व्यक्ति के जीवन पर अलग-अलग होता है. जिसके जीवन में काल सर्प दोष होता है उसके जीवन में कई सारी परेशानियां होती हैं और असफलता का भी सामना करना पड़ता है. अब जानते हैं कि काल सर्प दोष के प्रभाव को किन उपायों से कम किया जा सकता है.
क्या हैं उपाय?
1. काल सर्प दोष को कम करने के लिए कुछ मंत्रों का जाप करना चाहिए. "ॐ केतवे नमः" और "ॐ राहवे नमः" मंत्रों का जाप कर काल सर्प दोष से निजाप पाया जा सकता है.
2. काल सर्प दोष का प्रभाव कम करने के लिए आप रत्नों को धारण कर सकते हैं. आप राहु दोष के निवारण के लिए हीरा और मोती धारण कर सकते हैं. वहीं, केतु दोष के निवारण के लिए कैट आयडोल, लाहसुनिया, और लीहर तंबा पहन सकते हैं. हालांकि कोई रत्न पहनने से पहले किसी ज्योतिष पंडित से जरूर सलाह लें.
3. काल सर्प दोष से निजात पाने के लिए सर्प नागपति पूजा करने की भी सलाह दी जाती है. इस पूजा में मंत्रोच्चार के साथ सर्प नागपति की मूर्ति की पूजा की जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)