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Klawa Niyam: इन 2 दिनों में से कभी भी बांधें पुरुषों के इस हाथ में कलावा, खाली तिजोरी भी हो जाएगी चंद दिनों में हरी-भरी

Puja Path: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान हाथ पर कलावा बांधने की परंपरा काफी पुरानी है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कलावा बांधते समय और इसे उतारते समय कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है. आइए जानें इन नियमों के बारे में. 

 
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shilpa jain|Updated: Sep 20, 2024, 11:26 AM IST

In Which Hand Klawa Should Be Tied: सनातन धर्म में पूजा-पाठ के दौरान कई नियमों का पालन किया जाता है. पूजा-पाठ या विशेष अनुष्ठानों में बैठने वाले लोगों के हाथ पर कलावा बांधा जाता है. और ये परंपरा सदियों पुरानी है. किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य के दौरान व्यक्ति के हाथ में कलावा बांधने का विशेष महत्व बताया जाता है. घर में होने वाली हर छोटी से छोटी पूजा में भी मौली का विशेष महत्व है. हिंदू शास्त्रों में इसे मौली या रक्षा सूत्र के नाम से जाना जाता है.  ऐसी मान्यता है कि पूजा के दौरान हाथ में कलावा बांधने से जीवन में आने वाले संकटों से व्यक्ति की रक्षा होता है. 

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हाथ में कलावा बांधन से त्रिदेवों और तीन महादेवियों की कृपा प्राप्त होती है. इसमें मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और महाकाली देवियां शामिल हैं. इससे व्यक्ति के धन संपत्ति, विद्या-बुद्धि और शक्ति की प्राप्ति होती है. पूजा के दौरान महिलाएं-पुरुष और लड़कियां सभी के लिए कलावा बंधवाने के लिए अलग नियम बताए गए हैं. अक्सर देखा जाता है कि हर कोई कलावा बंधवाने के लिए अपना दायां हाथ ही आगे करता है. लेकिन शास्त्रों में इसके लिए खास नियमों का जिक्र किया गया है. आइए जानें इन नियमों के बारे में.

कलावा बांधने से पहले जानें ये नियम

ज्योतिष शास्त्र में पूजा-पाठ से जुड़ी हर चीज को लेकर कुछ नियमों के बारे में बताया गया है. हाथ में कलावा बांधने या बंधवाने से पहले इन नियमों को अवश्य जान लें. वहीं, अगर आप हाथ का कलावा बदलने की सोच रहे हैं, तो इसके लिए भी शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं. अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग सिर्फ कलावा इसलिए उतार देते हैं कि वे देखने में पुराना या फीका लगने लगता है. लेकिन ऐसा करना अशुभ माना जाता है. शास्त्रों में कहा गया है कि किसी भी धार्मिक कर्म कांड की शुरुआत से पहले हाथ में कलावा बांधा जाता है. वहीं, किसी भी मांगलिक कार्य के दौरान भी हाथ में कलावा बांधा जाता है.  इतना ही नहीं, हाथ में कलावा बांधते समय किस हाथ में बंधवाना है इस बात का भी ध्यान रखें. 

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कलावा बांधने के लिए ये है शुभ दिन 

ज्योतिष शास्त्र में कलावा बदलने के लिए भी शुभ दिन बताया गया है. ऐसा नहीं है कि आपका जब मन किया आप कलावा उतार के रख दें. हाथ में बंधा कलावा सिर्फ मंगलवार और शनिवार के दिन ही बदलना शुभ माना जाता है. इसे बांधने से सकारात्मक ऊर्जा जीवन में आती है.

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पुरुषों के इस हाथ में बंधता है कलावा

शास्त्रों के अनुसार हाथ में कलावा बंधवाते समय इस बात का भी खास ध्यान रखें कि अपने सही हाथ में ही कलावा बंधवाएं. बता दें कि महिला और पुरुष दोनों के लिए अलग हाथ बताया गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुरुषों और अविवाहित कन्या ओं के दाएं हाथ में कलावा बांधा जाता है. वहीं, विवाहित स्त्री के बाएं हाथ में कलावा बांधा जाता है. 

इन बातों का रखें ख्याल
  
ऐसा माना जाता है कि हाथ में कलावा बंधवाते समय उस हाथ की मुट्ठी को बंध रखना चाहिए. साथ ही, दूसरा हाथ हमेशा सिर पर रखें. इस बात का खास ख्याल रखें कि मौली को सिर्फ तीन बार ही लपेटें. इसके साथ ही इस बात का भी खास ख्याल रखें कि पुरानी मौली को कभी फेंकना नहीं चाहिए. बल्कि इसे पीपल के पेड़ के नीचे डाल देना चाहिए.  

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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