Hindi News >>प्रॉपर्टी
Advertisement

Property: दिल्ली-एनसीआर में पीक पर लग्जरी हाऊस की डिमांड, 3-4 BHK को बायर्स दे रहे हैं प्रायोरिटी

Real Estate: दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल रियल एस्टेट सेक्टर में बूम देखा जा रहा है. फिलहाल यहां लोग 3 और 4 बीएचके घरों की अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं, जिस वजह से बिल्डर्स भी लग्जरी हाऊस को बनाने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.

रियल एस्टेट
Stop
Chandra Shekhar Verma|Updated: Oct 03, 2023, 07:33 PM IST

Real Estate Delhi NCR: कोविड-19 महामारी से पहले की बात करें तो लोग को छोटे घरों की अधिक दरकार थी. उस समय बायर्स 1 और 2 बीएचके फ्लेट्स की अधिक खरीदारी कर रहे थे, लेकिन महामारी ने सबकुछ बदल कर रख दिया. संक्रमण के दौरान लोगों को इस बात का अहसास हुआ कि घर महज सोने और आराम करने की जगह मात्र नहीं है. यह परिवार के साथ समय बिताने की जगह भी है. रही सही कसर वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन एजुकेशन ने पूरी कर दी. अब लोगों को आराम करने के साथ ही काम करने के लिए भी अधिक जगह की जरूरत महसूस हुई. ऐसे में लोगों ने बड़े लग्जरी हाऊसेस की तरफ रुख करना शुरू कर दिया. 

गंगा रियल्टी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नीरज कुमार मिश्रा ने बताया कि आज से 20 साल पहले की बात करें तो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे शहरों को ही मेट्रो सिटीज का दर्जा प्राप्त था. ऐसे में डेवलेपर्स ने भी इन्हीं जगहों पर अपने प्रोजेक्ट शुरू किए. हालांकि, बीते सालों में इन बड़े शहरों के अलावा छोटे शहरों में भी इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ. दिल्ली से सटा एनसीआर का इलाका भी एक्सपेंड हुआ तो बिल्डर्स ने भी छोटे शहरों की तरफ रुख करना शुरू कर दिया.

उनका कहना है कि भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर जितना मजबूत होगा. उतना ही यहां का रियल एस्टेट सेक्टर भी ग्रोथ करेगा. इंफ्रास्ट्रक्चर यानी की सड़क, बिजली, पानी, सीवर ये सब सुविधा मिलती है तो उस इलाके का रियल एस्टेट सेक्टर भी बूम करता है. जैसे कि दिल्ली-एनसीआर में रियल एस्टेट बूम तो कर रहा है, लेकिन यहां जमीन की उपलब्धता कम है और घरों की रिक्वायरमेंट ज्यादा है. इसकी वजह है कि अधिकतर लोग दिल्ली से सटे इलाकों में रहना चाहते हैं. जाहिर है कि डिमांड और सप्लाई में गेप होगा तो रेट में तो इजाफा होगा.

नीरज के. मिश्रा के मुताबिक, अगर गुरुग्राम की बात करें तो यहां 2 बीएचके घरों की डिमांड लगातार कम होती जा रही है. एकल परिवार यानी कि सिंगल फैमिली भी 3 बीएचके घरों की पसंद कर रही है. जो गुरुग्राम पहले साइबर सिटी के आसपास का जाना जाता था, अब न्यू गुरुग्राम इस शहर का नया सेंटर बन चुका है. 

नीरज कुमार मिश्रा, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, गंगा रियल्टी

उनके अनुसार, कोविड से पहले लोग घरों से बाहर ज्यादा रहते थे. घरों को केवल सोने की जगह के तौर पर लोग जानते थे,  लेकिन कोविड में परिवार की अहमियत समझ में आई. अब लोग घरों में रहना और परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं. यही वजह है कि अब हर डेवलपर्स बड़े घर बना रहे हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि दिल्ली-एनसीआर में इस समय लग्जरी सेंगमेंट मार्केट पिक पर है.

{}{}