Virat Kohli IND vs SA T20 World Cup 2024 Final: विराट कोहली के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2024 सेमीफाइनल तक खराब रहा. उन्हें तीसरे क्रम से उठाकर ओपनिंग के लिए भेजा गया. आईपीएल में पारी की शुरुआत करने वाले विराट को इंटरनेशनल क्रिकेट में ओपनिंग रास नहीं आ रही थी. उन्होंने फाइनल में सारी कसर पूरी कर दी और साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों को जमकर धो दिया. विराट ने 59 गेंद पर 76 रन बनाए. इस दौरान 6 चौके और 2 छक्के लगाए. उनका स्ट्राइक रेट 128.81 का रहा.
विराट कोहली टी20 वर्ल्ड कप में दूसरी बार साउथ अफ्रीका के खिलाफ नॉकआउट मैच में उतरे. इससे पहले 2014 में सेमीफाइनल मैच खेला था. तब कोहली ने 44 गेंद पर नाबाद 72 रन बनाए थे. इस बार भी अफ्रीकी गेंदबाज उनके सामने फीके नजर आए. विराट ने 59 बॉल पर 76 रन बना दिए.
विराट ने टी20 वर्ल्ड कप के नॉकआउट में चौथी बार फिफ्टी लगाई. उन्होंने इससे पहले 2014 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 72 और श्रीलंका के खिलाफ 77 रन बनाए थे. 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 89 रन बनाए थे. अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2024 में 76 रन बना दिए. यह टी20 वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में किसी भारतीय बल्लेबाज का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है. कोहली ही शीर्ष 2 में शामिल हैं. गौतम गंभीर इस मामले में चौथे नंबर पर हैं. उन्होंने 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ 75 रन बनाए थे.
विराट ने टी20 इंटरनेशनल की 10 पारियों में पहली बार फिफ्टी लगाई. उन्होंने पिछला 50+ स्कोर नवंबर 2022 में लगाया था. कोहली ने तब इंग्लैंड के खिलाफ 50 रन बनाए थे. उसके बाद विराट का स्कोर 29, 0, 1, 4, 0, 24, 37, 0, 9 और 76 रन है.
विराट टी20 वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में हमेशा जबरदस्त फॉर्म में रहते हैं. उन्होंने पांचवीं बार 50 या उससे अधिक रन बनाए हैं. वह ऐसा करने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं. उनके बाद दूसरे स्थान पर क्रिस गेल, डेरेल मिचेल, मोहम्मद रिजवान, मार्लोन सैमुअल्स, कुमार संगकारा और शाहिद अफरीदी हैं. इन बल्लेबाजों के खाते में टी20 वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में 2-2 फिफ्टी प्लस स्कोर हैं.
विराट कोहली का प्रदर्शन टी20 वर्ल्ड कप में शानदार रहा है. उन्होंने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 58 गेंद पर 77 रन बनाए थे. हालांकि, तब टीम इंडिया हार गई थी. इस बार कोहली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 59 बॉल पर 76 रन बना दिए.
विराट कोहली दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में उतरे. वह सबसे ज्यादा टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलने वाले संयुक्त रूप से दूसरे प्लेयर बन गए. उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की बराबरी कर ली. रवींद्र जडेजा भी दूसरी बार फाइनल खेले. वहीं, रोहित शर्मा तीसरी बार खिताबी मैच में उतरे.