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Photos: स्पेस स्टेशन में फंसी सुनीता विलियम्स को लाने के लिए नासा ने बनाए ये 3 प्लान

Sunita Williams Rescue Plan: सुनीता विलियम्स अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर फंसी हुई है और NASA की मदद का इंतजार कर रही है. वे 5 जून को बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल से अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन गई थीं. 

 

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सुनीता को 13 जून को वापस आना था
सुनीता को 13 जून को वापस आना था

सुनीता विलियम्स को 13 जून को पृथ्वी पर वापस आना था. लेकिन आज 13 दिन ज्यादा हो गए हैं और वे अब तक स्पेस में ही फंसी हुई है. सुनीता कब आएंगी फिलहाल नासा इसकी कोई तारीख या समय नहीं बता रहा है.

 

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हीलियम लीक होने की वजह से खराबी
हीलियम लीक होने की वजह से खराबी

सुनीता जिस स्टारलाइनर कैप्सूल में गई है उसमें हीलियम लीक होने की वजह से खराबी आई है. हीलियम की लीकेज ही दोनों एस्ट्रोनॉट की वापसी में ब्रेकर बनी है. टेंशन वाली बात ये भी है कि अब सिर्फ 25 दिन का फ्यूल बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल में बचा है.

 

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अब पृथ्वी पर कैसे आएंगी सुनीता
अब पृथ्वी पर कैसे आएंगी सुनीता

अब सवाल है कि सुनीता और उनके साथ गए बुच विल्मोर वापस कैसे आएंगे ? अगर यान का फ्यूल खत्म हो गया तो क्या होगा और क्या है नासा का आगे का प्लान ...इसके अलावा अमेरिका और नासा के पास अब विकल्प क्या है? 

 

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क्या रूस करेगा यूएस की मदद
क्या रूस करेगा यूएस की मदद

पहला ऑप्शन - NASA अपने पुराने कॉमर्शियल पार्टनर SpaceX के ड्रैगन-2 कैप्सूल को नए रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजे. जिससे सुनीता और बुच विल्मोर वापस आ पाएं. दूसरा ऑपेशन ये है कि अमेरिका अपने एस्ट्रोनोट को बचाने के लिए रूस से संपर्क करे. रूस हां करता है. तो वो सोयुज स्पेसक्राफ्ट को स्पेस स्टेशन भेजकर सुनीता, बैरी को नीचे ला सकता है.

 

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चीन की मदद मिलना भी मुश्किल
चीन की मदद मिलना भी मुश्किल

तीसरा ऑपेशन ये है कि अमेरिका अपने सारे गिले-शिकवे दूर करके चीन से मदद मांगे. चीन अपने शेनझोउ स्पेसक्राफ्ट को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजे. वहां से इन दोनों को लेकर वापस धरती पर आए. इनमें से दो ऑप्शन वो है जिसके लिए अमेरिका को रूस और चीन से बात करनी पड़ेगी. अमेरिका के रूस और चीन से रिश्तों को आप जानते ही है. फिलहाल NASA अब अपने नए प्लान पर काम कर रहा है. 

 

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नासा के इंजीनियर खराबी ठीक करने में जुटे
नासा के इंजीनियर खराबी ठीक करने में जुटे

ह्यूस्टन में नासा और बोइंग के इंजीनियर सिमुलेशन रन कर रहे हैं. ताकि कैप्सूल को ठीक किया जा सके. सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जा रहा है. इंजीनियर सिमुलेशन रन करते हुए देख रहे हैं कि क्या स्पेस स्टेशन पर ही हॉर्डवेयर बदलने से समस्या हल हो सकती है या नहीं. जैसे ही नासा का ग्रीन सिग्नल मिलेगा, स्टारलाइनर के थ्रस्टर्स को ऑन किया जाएगा. फिलहाल नासा अपने नए प्लान पर काम कर रहा है. ये प्लान कितना सफल होता है ये अगले कुछ दिनों में साफ हो जाएगा.