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US-China Talks: माल्टा में मिलीं दुनिया की दो महाशक्तियां, ताइवान को लेकर चीन से ये बोला अमेरिका

China-America Tension: अमेरिका और चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने की कवायद जारी हैसुलिवन और वांग के बीच इससे पहले मई में वियना में बातचीत हुई थी. दोनों अधिकारियों ने माल्टा में दो दिनों में लगभग 12 घंटे एक साथ बिताए.

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Rachit Kumar|Updated: Sep 18, 2023, 01:34 PM IST

China-America Tension: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से माल्टा में मुलाकात की.  माल्टा यूरोप में एक द्वीप देश है. दोनों नेताओं ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता की अहमियत पर बात की.

दुनिया की दो सबसे बड़ी महाशक्तियों के नेताओं के बीच 16-17 सितंबर को माल्टा में मुलाकात हुई. दोनों देश लगातार वार्ता के जरिए तनावपूर्ण संबंध सुधारने में लगे हुए हैं.  व्हाइट हाउस ने रविवार को कहा कि इस मुलाकात का मकसद प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों और संदेह के दौर में जिम्मेदारीपूर्ण रिश्ते को बनाए रखना है.  

12 घंटे दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा

व्हाइट हाउस ने कहा कि सुलिवन और वांग के बीच साफ, ठोस और रचनात्मक चर्चा हुई, क्योंकि दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाएं बातचीत बरकरार रखने की कोशिश कर रही हैं. सुलिवन और वांग के बीच इससे पहले मई में वियना में बातचीत हुई थी. दोनों अधिकारियों ने माल्टा में दो दिनों में लगभग 12 घंटे एक साथ बिताए.

व्हाइट हाउस ने कहा कि सुलिवन और वांग ने दोनों देशों के बीच संबंधों, वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों, यूक्रेन में रूस के युद्ध और ताइवान जलडमरूमध्य पर चर्चा की. उन्होंने आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस, मादक पदार्थ विरोधी प्रयासों और चीन में हिरासत में लिए गए अमेरिकी नागरिकों की स्थिति पर भी बातचीत की.

गौरतलब है कि बड़े स्तर पर व्यापार साझेदारी के बावजूद वाशिंगटन और बीजिंग खुद को प्रतिस्पर्धी के रूप में देखते हैं. दोनों ही देशों ने आने वाले महीनों में कई अहम क्षेत्रों में बातचीत के लिए एक रणनीतिक चैनल को बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है. 

जी-20 में क्यांग से मिले थे बाइडेन

इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने हाल में भारत में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग से बात की थी. बाइडेन ने उस वक्त कहा था कि ली से उन्होंने स्टेबिलिटी के बारे में चर्चा की और यह बिल्कुल भी टकरावपूर्ण नहीं थी.

 बाइडन ने प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने के लिए जापान, दक्षिण कोरिया, भारत, वियतनाम और अन्य के साथ संबंधों को मजबूत करने पर काम किया है. उन्होंने पिछले रविवार को वियतनाम की राजधानी हनोई में कहा था कि यह साझेदारी चीन के साथ कोल्ड वॉर को लेकर नहीं हैं. बाइडेन ने कहा था, यह चीन को कंट्रोल करने को लेकर नहीं है, यह वैश्विक आर्थिक विकास के लिए एक स्थिर आधार पाने के बारे में है. फिर भी यह साझेदारी प्रतिस्पर्धी दबावों से भरी हुई है.

चीन-अमेरिका के बीच चल रहा तनाव

बाइडेन प्रशासन ने इस साल की शुरुआत में अमेरिकी महाद्वीप में घुसे एक चीनी गुब्बारे को मार गिराया था. इसके बाद चीन की सरकार ने अमेरिका की वाणिज्य मंत्री गिना रायमोंडो का ईमेल हैक कर लिया था. वहीं, अमेरिकी प्रशासन ने चीन को एडवांस कंप्यूटर चिप का निर्यात बैन कर दिया है. 

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