Pakistan national security situation: पाकिस्तान अपनी आजादी के बाद से अबतक के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है. यहां महंगाई और बेरोजगारी की वजह से करोड़ों लोगों को रोटी तक नसीब नहीं हो पा रही है. देश के हालात सही नहीं हैं. ऐसे में जब अचानक पाकिस्तानी फौज और खुफिया एजेंसी आईएसआई एक्टिव हुई तो इस्लामाबाद से लेकर कराची तक हलचल मच गई है. पाकिस्तान के थल सेनाध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा मामलों और अगले हफ्ते होने जा रही चीनी और अफगान विदेश मंत्रियों की आगामी यात्राओं के बारे में जानकारी दी है.
शहबाज शरीफ ने की आपात बैठक
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को दोनों शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय में शरीफ के साथ बैठक की है. जानकार सूत्रों ने कहा कि सेना प्रमुख और स्पाईमास्टर ने प्रधानमंत्री को पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं की स्थिति और आतंकवाद से निपटने के लिए सशस्त्र बलों के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी है. सूत्रों ने बताया कि जनरल मुनीर ने प्रधानमंत्री को चीन की अपनी पहली यात्रा और आईएसआई प्रमुख की पिछली बीजिंग यात्रा के बारे में भी जानकारी दी है.
सूत्रों ने कहा कि सैन्य नेतृत्व ने शरीफ को चीन के विदेश मंत्री किन गैंग की पाकिस्तान की आगामी यात्रा से भी अवगत कराया. किन गैंग की यह पहली यात्रा आईएसआई और सेना प्रमुखों द्वारा पिछले महीने चीन की अलग-अलग यात्रा के बाद हो रही है. जनरल मुनीर की पिछले हफ्ते बीजिंग की यात्रा के दौरान, जो तब हुई जब पाकिस्तान राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल का सामना कर रहा था, चीनी नेतृत्व ने पाकिस्तान को संकट से बाहर आने में मदद का आश्वासन दिया था.
सेना प्रमुख ने किया आर्मी हेडक्वार्टर का दौरा
डॉन न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चार दिवसीय यात्रा के दौरान, सेना प्रमुख ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी फोर्स के मुख्यालय का दौरा किया और इसके कमांडर के साथ एक विस्तृत बैठक की. इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम ने भी 11-12 अप्रैल को चीन का दौरा किया था. सूत्रों ने कहा कि बैठक में सेना और आईएसआई प्रमुखों ने प्रधानमंत्री को चीनी विदेश मंत्री की आगामी यात्रा, देश भर में विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रहे चीनी लोगों की सुरक्षा व्यवस्था और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के बारे में जानकारी दी.
किन के भारत में शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के बाद इस्लामाबाद आने की संभावना है और उनके रणनीतिक वार्ता करने की उम्मीद है. इस बीच, अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी पाकिस्तानी और चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए सप्ताह के अंत में इस्लामाबाद जाएंगे.
पाकिस्तान में चूंकि लंबे समय से सेना के द्वारा तख्तापलट के कयास लग रहे हैं. ऐसे में अचानक देश में शुरू हुई इन ताबड़तोड़ बैठकों को देखकर कुछ लोगों को खटका है कि कहीं पाकिस्तान में कहीं कुछ बड़ा और अप्रत्याशित तो नहीं होने जा रहा है.
इनपुट: IANS