Flood In Pakistan: बाढ़ (Flood) की चपेट में आया पाकिस्तान (Pakistan) इन दिनों नर्किस्तान बनता जा रहा है. यहां लोग अपनी जान बचाने के लिए मीलों पैदल चलने को मजबूर हैं, जबकि फैलती बीमारियों ने भी जिंदा रहना मुश्किल कर दिया है. इंसान तो क्या, लाखों की संख्या में मवेशी भी मारे जा रहे हैं. पाकिस्तान अब दुनिया से मदद की गुहार भी लगा रहा है. बाढ़ से आई तबाही में यहां सब कुछ जलमग्न होता जा रहा है. पाकिस्तान के जोही शहर की सड़कें गायब हो चुकी हैं. लोगों को नाव के सहारे ही जिंदगी की जंग लड़नी पड़ रही है. खाने-पीने को भी कुछ नहीं है.
नाव ही सहारा, खाने के लिए कुछ नहीं
स्वात घाटी के बहरान में हालात बेहद खराब हैं. यहां तक राहत नहीं पहुंच पा रही है. मजबूरी में लोगों को कई किलोमीटर पैदल चल जान बचानी पड़ रही है. इन्हें नहीं मालूम कि आगे क्या होगा. बाढ़ पीड़ित खालिद ने कहा कि हमें अभी 36 किलोमीटर और आगे जाना होगा. सुबह 6 बजे से पैदल चल रहे हैं. यहां करीब 2 लाख लोग बुरी तरह से अलग-थलग पड़ चुके हैं. 100 साल पार कर चुके बुजुर्ग भी बताते हैं कि उन्होंने इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा.
पाकिस्तान में फैल रहीं ये बीमारियां
पाकिस्तान की बदतर होती हालत देख दुनिया के समाजसेवी संगठन भी मानवीय मदद देने यहां पहुंच चुके हैं. सिंध प्रांत में बाढ़ के असर से बीमारी भी फैल रही है. मर्सी कॉर्प्स की फराह नौरीन ने कहा कि यहां लोगों में डायरिया फैल रहा है. त्वचा रोग, आंखों में संक्रमण और वाटरबोर्न रोग फैल रहा है. इसलिए सबसे पहले हमारी प्राथमिकता इनका इलाज करने की है.
बाढ़ ने पाकिस्तान में बरपाया कहर
सदी की सबसे बड़ी तबाही देख साफ है कि इस महाप्रलय का सामना करने के लिए पाकिस्तान बिल्कुल तैयार नहीं था. अब तक यहां बाढ़ की चपेट में आकर 1265 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं. लेकिन बच्चों की जान ज्यादा जाने से यूनिसेफ भी चिंतित है. जबकि 7 लाख से ज्यादा मवेशी भी बाढ़ की चपेट में आकर मारे जा चुके हैं.
फ्रांस और रूस समेत कई देशों ने पाकिस्तान की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. जबकि यूएन के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरस 9 सितंबर को पाकिस्तान के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे.
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