Toshakhana Case: पाकिस्तान की अटक जेल में पिछले दिनों इमरान खान ने असुविधाओं की लंबी-चौड़ी फेहरिस्त गिनवाई थी. अब इमरान के दिन बदलते नजर आ रहे हैं. भले ही इमरान जेल से बाहर नहीं आ पाए लेकिन ऐसा लगता है कि सलाखों के पीछे तो पूर्व पीएम के दिन बदल ही गए हैं.
इमरान की ख्वाहिश पूरी
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पूर्व पीएम इमरान खान को उनके कद और कानूनी रुतबे के अनुसार जेल में सभी सुविधाएं दी जा रही हैं. उन्हें देसी मुर्गा और घी में पका मटन परोसा जा रहा है. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट को भी इसकी जानकारी दी गई है. इस्लामाबाद की एक अदालत ने इमरान खान को तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी पाया था. इसके कुछ ही समय बाद उन्हें लाहौर वाले घर से गिरफ्तार कर लिया गया और वह पांच अगस्त से पंजाब प्रांत की अटक जेल में बंद हैं.
खान और उनकी फैमिली को साल 2018-2022 के कार्यकाल के दौरान मिले सरकारी तोहफों को अवैध रूप से बेचने के आरोप में अदालत ने उन्हें सजा सुनाई थी. इस्लामाबाद हाईकोर्ट की तरफ से मंगलवार को खान की सजा को निलंबित किए जाने के बीच द न्यूज इंटरनेशनल अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा ,'सुप्रीम कोर्ट को सोमवार को बताया गया कि इमरान खान को अटक जेल में उनके कद और कानूनी रुतबे के मुताबिक सारी सुविधाएं दी जा रही हैं. पीटीआई प्रमुख के रहने संबंधी हालात पर रिपोर्ट मांगे जाने के बाद अटॉर्नी जनरल के दफ्तर ने जेल अधीक्षक की ओर से सुप्रीम कोर्ट को एक रिपोर्ट सौंपी है.
अब इमरान को मिलीं हाईटेक सुविधाएं
रिपोर्ट में बताया गया कि इस जेल का सबसे सेफ बैरक ब्लॉक नंबर 02 है जिसे खाली कर दिया गया था और चार कोठरियों वाले एक हिस्से को खान को रखने के लिए हाई सर्विलांस ब्लॉक घोषित कर दिया गया था. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि इस ब्लॉक में सफेदी करवाई गई, इसके फर्श को पक्का करवाया गया और इसके भीतर छत का एक पंखा भी लगवाया गया.
खाने में मिल रहा देशी मुर्गा-मटन
इसमें बताया गया कि खान को हफ्ते में उनकी इच्छा के मुताबिक दो बार देशी मुर्गे का मांस परोसा जा रहा है और बकरे के मांस (मटन) को भी घी में पकाकर दिया जा रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री को परोसे जाने वाले खानपान की सूची में नाश्ते के लिए ब्रेड, ऑमलेट, दही और चाय शामिल हैं जबकि दोपहर और डिनर में ताजा फल, सब्जियां, दालें और चावल दिया जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, खान को सोने के लिए गद्दा, चार तकिए, एक मेज, कुर्सी, नमाज के लिए चटाई और कूलर के अलावा टीवी, अखबार, अंग्रेजी में ट्रांसलेटेड कुरान की चार कॉपियां और इस्लामी इतिहास पर 25 किताबें दी गई हैं.
जेल में तैनात हैं 53 सुरक्षाकर्मी
रिपोर्ट में बताया गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए पंजाब से कम से कम 53 जेल कर्मियों को अस्थायी रूप से तैनात किया गया है.
क्या है मामला
इमरान पर आरोप है कि उन्होंने साल 2018 से 2022 तक प्रधानमंत्री पद पर रहने के दौरान तोशाखाना से हासिल तोहफों और उनकी बिक्री से हुई इनकम के ब्योरे को जानबूझकर छिपाया. दरअसल तोशाखाना एक सरकारी स्टोरेज विभाग है, जिसमें पाकिस्तानी अधिकारियों को विदेशी सरकारों से मिले तोहफों को रखा जाता है.
(पीटीआई इनपुट के साथ)