Pakistan News: पाकिस्तान के बद से बदतर होते जा रहे आर्थिक हालात की वजह से जहां देश की जनता परेशान है. वहीं कई जानकारों का यह भी मानना है कि डिफॉल्टर की कगार पर खड़ा पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ बन सकता है.
पाकिस्तानी पत्रकार और लेखक मोहम्मद शेहजाद का मानना है कि पाकिस्तान के मुश्किल हालात का फायदा कट्टरपंथी इस्लाकमिक पार्टियों को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट की वजह पूर्व पीएम इमरान खान को भी सियासी लाभ मिलता दिख रहा है.
टीटीपी को बड़ा फायदा
शेहजाद का कहना है कि आर्थिक संकट से जिहादी और अधिक मजबूत होंगे खासकर वर्तमान संकट से टीटीपी को बड़ा फायदा हो रहा है. बता दें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पाकिस्ताान में वर्तमान शासन व्यतवस्थान को उखाड़ फेंक शरिया कानून लागू करना चाहता है.
टीटीपी से मुकाबले के लिए सरकार के पास पैसा नहीं
शेहजाद के मुताबिक टीटीपी के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के लिए पाक सरकार के पास अब पैसा नहीं बचा है. उन्होंने कहा, ‘जिन तालिबानी आतंकियों से अमेरिका नहीं जीत सका, हम उससे कैसे जंग लड़ सकते हैं.
जेहादियों की बढ़ रही लोकप्रयिता
शेहजाद के मुताबिक आर्थिक संकट ने जेहादियों के लोकप्रियता में वृद्धि की है क्योंकि ये लोग दान और चंद के दम लोगों को अपने साथ जोड़ रहे है. जिहादी और धार्मिक संगठन संकट में फंसे लोगों के लिए मुफ्त खाने की व्यवस्था कर रहे है.’ सरकार जहां लोगों को रोटी, कपड़ा और मकान नहीं दे पा रही है वहां जेहादी बड़े स्तर पर लोगों की मदद कर रहे हैं.
‘टीटीपी दुनिया के लिए बन सकता है खतरा’
इस्लामिक कट्टरपंथ पर किताब लिख चुके मोहम्मद शेहजाद का मानना है कि अगर टीटीपी पाकिस्तान पर कब्जा कर लेता है तो वह यहीं पर नहीं रुकेगा. टीटीपी का अगला निशाना भारत और फिर दुनिया के अन्य मुल्क होंगे. शेहजाद के मुताबिक इस संकट को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की खुलकर मदद करनी चाहिए.
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