trendingNow11295571
Hindi News >>जरा हटके
Advertisement

Ratan Tata: रतन टाटा के एक फोन कॉल ने बदल दी शख्स की जिंदगी, इंस्पायर कर देगी कहानी

Business Startups: बिजनेस टाइकून रतन टाटा के बारे में तो हम सभी जानते हैं. आपने अक्सर इन्हें कई लोगों की मदद (Help) करते हुए देखा होगा. हाल ही में इनके एक फोन कॉल ने एक शख्स की जिंदगी ही बदल कर रख दी. जानिए कैसे...

Ratan Tata: रतन टाटा के एक फोन कॉल ने बदल दी शख्स की जिंदगी, इंस्पायर कर देगी कहानी
Stop
Zee News Desk|Updated: Aug 09, 2022, 05:02 PM IST

Motivational Story: रतन टाटा की मदद से न जाने कितने लोगों कि किस्मत बदल गई और बहुत से लोग अपने बिजनेस (Business) को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा पाए. ऐसा ही कुछ रेपोस एनेर्जी के मालिक के साथ हुआ. आपको बता दें कि रेपोस एनेर्जी को अदिति भोसले वालुंज (Aditi Bhosle Walunj) और चेतन वालुंज (Chetan Walunj) संभालते हैं. इन्हें एक समय पर किसी मेंटर की जरूरत थी जो इन्हें बिजनेस की सही दिशाओं के बारे में बता सके. दोनों ने अपने करियर (Career) के शुरुआती दिनों के बारे में बताया.

रतन टाटा ने किया गाइड

रतन टाटा (Ratan Tata) से अच्छा मेंटर इनके लिए कोई और नहीं हो सकता था. अदिति ने रतन टाटा से मिलने की आस में एक 3डी प्रेजेंटेशन बनाई और एक लेटर (Letter) के साथ रतन टाटा को पोस्ट कर दिया. इसमें उन्होंने अपनी कंपनी (Repos Energy) के बारे में विस्तार से बताया था. काफी देर तक दोनों टाटा के घर के बाहर भी इंतजार करते रहे लेकिन फिर थक-हार कर होटल वापस आ गए.  

एक फोन कॉल ने बदली लाइफ

रात के 10 बजे अदिति को एक फोन कॉल (Call) आई. फोन पर बात कर रहा शख्स बिजनेस टाइकून रतन टाटा थे. टाटा ने अदिति से कहा कि उन्हें लेटर मिल चुका है और क्या वो उनसे मिल सकते हैं. अगले दिन दोनों रतन टाटा से मिलने पहुंच गए और लगभग 3 घंटे की मीटिंग (Meeting) में उन्होंने अपने विचारों के बारे में बताया. अदिति ने बताया कि रतन टाटा के मार्गदर्शन के बिना उनका बिजनेस (Business) इस मुकाम तक कभी नहीं पहुंच पाता.

मदद करने में हमेशा आगे रहते हैं टाटा

रतन टाटा का नाम मदद करने वाले लोगों में हमेशा आगे रहता है. आपको बता दें कि रेपोस एनेर्जी ऑर्गैनिक कचरे से चलने वाले मोबाइल इलेक्ट्रिक वाहन (Mobile Electric Vehicle) बनाती है. इस कहानी के बारे में जानकर आप भी समझ गए होंगे कि कभी भी सफल होने की उम्मीद (Hope) नहीं छोड़नी चाहिए और अपने लक्ष्य को पाने के लिए जुटे रहना चाहिए.

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Read More
{}{}