IPS Officer Reply to User: प्राइवेट सेक्टर में ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिन्होंने सक्सेस की मिसाल कायम की है लेकिन फिर भी भारतीय समाज में सरकारी नौकरी को ज्यादा अहमियत दी जाती है. एक ऐसा ही वाकया सोशल मीडिया पर घटा जिसमें एक शख्स ने लिखा कि प्राइवेट मैनेजर बनने से अच्छा है कि सरकारी चपरासी बनकर समाज की नजरों में हीरे की तरह चमकदार बनना. इस कमेंट पर आईपीएस अधिकारी ने करारा जवाब दिया और यह जवाब सोशल मीडिया यूजर्स को खूब पसंद आ रहा है.
'प्राइवेट मैनेजर से अच्छा सरकारी चपरासी'
अक्सर लोग प्राइवेट नौकरी की तुलना सरकारी नौकरी से करते हैं और तुलना के बाद ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी को किसी प्राइवेट जॉब से बेहतर बताते हैं. यह पूरा मामला आईपीएस ऑफिसर दीपांशु काबरा के ट्वीट से शुरू हुआ. दीपांशु काबरा ने ट्वीट कर लिखा कि हो कहीं भी आग लेकिन, आग जलनी चाहिए. मिलिए करीना से, Ambuja Mall रायपुर स्थित SubwayIndia में जॉब करती हैं. कस्टमर्स के आने-जाने के बीच जो थोड़ा समय मिलता हैं, उसमें पढ़ाई कर लेती हैं. 'टाइम नहीं मिलता' का बहाना बनाने वाले सीखें कि 1-1 मिनट का ऐसे भी उपयोग हो सकता है. इसी ट्वीट पर सेवकराम नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि प्राइवेट मैनेजर के नौकरी से बेहतर है सरकारी चपरासी बनकर समाज के नजरों में चमकदार हीरा बनना.
मित्र मेरी नज़र में दोनों ही बेहद सम्मानजनक जॉब्स हैं.
You can choose whatever you like to be, just be a good one. https://t.co/yoAOeIFcPk
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) March 2, 2023
अधिकारी ने किया रिप्लाई
सेवकराम के इस कमेंट पर आईपीएस ऑफिसर दीपांशु काबरा ने पलट कर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मित्र मेरी नजर में दोनों ही बेहद सम्मानजनक जॉब्स हैं. आप जो भी बनना चाहते हैं उसे चुन सकते हैं, बस अच्छा बनें. दीपांशु काबरा का यह रिप्लाई सोशल मीडिया यूजर्स को खूब पसंद आया और उनकी खूब तारीफ भी हुई लेकिन कुछ यूजर्स ने दीपांशु काबरा को ही जवाब दे दिया. एक यूजर ने लिखा कि प्राइवेट नौकरी वालों को ऑफिस में सम्मान नहीं मिलता जबकि सरकारी नौकरी वाले अपने ऑफिस में किसी को सम्मान देते नहीं हैं.
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