trendingNow11637590
Hindi News >>निवेश
Advertisement

पोस्ट ऑफिस की इस स्मॉल सेविंग स्कीम से कमाएं मोटा मुनाफा, सिर्फ ब्याज पर मिलेंगे 1.85 लाख रुपये

Post Office MIS Scheme: मंथली इनकम स्कीम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि जिस समय आप इसमें पैसा लगाते हैं, उस समय जो इंटरेस्ट रेट लागू होगा अगले सालों तक वही ब्याज दरें प्रभावी रहेगी. इस स्कीम में ब्याज दर का रिवीजन हर तिमाही में होता है. 

पोस्ट ऑफिस की इस स्मॉल सेविंग स्कीम से कमाएं मोटा मुनाफा, सिर्फ ब्याज पर मिलेंगे 1.85 लाख रुपये
Stop
Arti Azad|Updated: Apr 03, 2023, 02:53 PM IST

Post Office MIS Scheme Details: पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों के लिए कई स्मॉल सेविंग स्कीम्स का संचालन करता है. इन्हीं में से एक है मंथली इनकम स्कीम. मंथली इनकम स्कीम अकाउंट (Monthly Income Scheme Account) में एकमुश्त रकम जमा की जाती है. हर महीने निश्चित राशि आपको इंटरेस्ट के रूप में मिलेंगे. इस स्कीम का मेच्योरिटी पीरियड 5 वर्षों का होता है.

मिनिस्ट्री ऑफ फायनेंस ने 31 मार्च 2023 को स्मॉल सेविंग स्कीम्स के लिए ब्याज दरों को रिवाइज किया. इसी के तहत मंथली इनकम स्कीम पर पहले ब्याज दर 7.1 फीसदी थी. वहीं, अब 7.4 फीसदी का सालाना इंटरेस्ट रेट ऑफर किया जा रहा है.  अगले पांच सालों के दौरान ब्याज दरों के घटने या बढ़ने से आपके निवेश की गई रकम पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

पोस्ट ऑफिस एमआईएस कैलकुलेटर
पोस्ट ऑफिस के एमआईएस कैलकुलेटर के अनुसार अगर कोई व्यक्ति इस स्कीम में 5 लाख रुपये की मोटी रकम निवेश करता है तो हर महीने उसे 3,083 रुपये ब्याज की रकम मिलेगी. बता दें कि निवेशक को अगले पांच वर्षों तक हर महीने यह रकम मिलती रहेगी. इस हिसाब से निवेश इन पांच सालों में अपने निवेश के ब्याज से ही 1,84,980 रुपये का मोटा मुनाफा कमाएगा. वहीं, 5 साल बाद निवेशक को 5 लाख रुपये की एकमुश्त राशि लौटा दी जाएगी. 

मंथली इनकम स्कीम में यह हुआ है बदलाव
आम बजट 2023 में पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में एक और बदलाव करने का फैसला लिया गया. इस बदलाव को मंजूरी मिल चुकी है. 1 अप्रैल 2023 से यह नियम लागू हो चुका है. एमआईएस स्कीम के तहत सिंगल अकाउंट में अब अकाउंट होल्डर्स 9 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं, इससे पहले यह लिमिट 4.5 लाख रुपये थी. वहीं, अब जॉइंट अकाउंट होल्डर्स अधिकतम 15 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं, जबकि पहले यह 9 लाख रुपये थी.

Read More
{}{}