trendingNow11630220
Hindi News >>निवेश
Advertisement

Business Idea: लेमन ग्रास की खेती पर करना पड़ेगा महज 25 हजार रुपये खर्चा, होगा 5 लाख रुपये का तगड़ा मुनाफा

Business Idea: लेमनग्रास की पहली फसल लगभग 6 महीने में तैयार हो जाती है. इसके बाद साल में 4 से 5 बार लेमनग्रास से हार्वेस्टिंग ले सकते हैं. इसकी खासियत यह है कि सही से देखभाल करने पर लगभग 7 साल तक आपको दोबारा इसकी बुआई नहीं करनी पड़ती है. 

Business Idea: लेमन ग्रास की खेती पर करना पड़ेगा महज 25 हजार रुपये खर्चा, होगा 5 लाख रुपये का तगड़ा मुनाफा
Stop
Arti Azad|Updated: Mar 28, 2023, 05:55 PM IST

LemonGrass Farming: आज के समय में किसान सिर्फ परंपरागत खेती पर ही निर्भर नहीं है, बल्कि कई खास तरह की खेती भी कर रहे हैं. इससे किसानों से अधिक मुनाफा होता है. अगर आपको भी कुछ हटकर खेती करनी है और ज्यादा प्रॉफिट कमाना है तो आज हम आपको एक ऐसी ही फसल के बारे में बता रहे हैं, जिसकी खेती करके आप मोटा पैसा कमा सकते हैं.

हम बात कर रहे हैं लेमन ग्रास (LemonGrass Farming) की. यह किसानों के लिए एक शानदार बिजनेस आइडिया (Business Idea) है. आइए जानते हैं कैसे की जाती है लेमन ग्रास की खेती और इससे कितनी कमाई की जा सकती हैं...

लेमन ग्राम की खेती 
बारिश का मौसम लेमन ग्रास की बुआई के लिए सबसे अच्छा वक्त होता है. इस समय खेतों में पानी और हवा में आद्रता खूब होती है और पौधों को धूप भी मिलती है. ऐसा मौसम इस फसल के लिए अनुकूल होगा है और इसमें पौधे बड़ी आसानी से बड़े होते हैं. 

इतना मिलता है मुनाफा
एक हेक्टेयर में एक बार में करीब 12-13 टन तक लेमनग्रास निकल जाती है. इस तरह आप साल भर में 60-65 टन लेमनग्रास हासिल कर सकते हैं. एक टन घास से तकरीबन 5 लीटर तेल निकलता है, जो मार्केट में 1200-1500 रुपये प्रति लीटर बिकता है. इस तरह आप सालाना 4-5 लाख रुपये की कमाई लेमनग्रास से कर सकते हैं. 

बुआई की लागत 
एक हेक्टेयर में लेमन ग्रास की खेती करने पर  इसकी बुआई में आपको करीब 50 हजार रुपये की लागत आएगी. इसके बाद कई साल आपको बुआई नहीं करनी पडे़गी. बुआई में औसत खर्च 10 हजार रुपये निकलता है. वहीं, कटाई, निराई-गुड़ाई आदि का खर्च जोड़कर ये 20-25 हजार रुपये हो जाता है. इस तरह साल भर में सिर्फ 20-25 हजार रुपये की लागत में आसानी से 4 से 5 लाख रुपये मुनाफा कमा सकते हैं. 

लेमनग्रास की खेती के फायदे
इस खेती का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसकी पैदावार सूखे इलाकों में भी अच्छी होती है. 
इसे बहुत ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं होती. 
अच्छे रख-रखाव के लिए साल में 3-4 बार निराई-गुड़ाई करना ही काफी है. 
लेमनग्रास की खेती में रोपाई से पहले ही खाद डालते हैं, बाद में खाद डालने की जरूरत नहीं पड़ती. 
इस फसल में रोग भी बहुत कम लगते हैं, जिससे कीटनाशक पर खर्च नहीं करना पड़ता. 
यह फसल बिल्कुल सुरक्षित रहती हैं, क्योंकि इसे जंगली जानवर नहीं खाते, क्योंकि इसकी पत्तियों का स्वाद कड़वा होता है. 

लेमनग्रास के फायदे 
लेमनग्रास का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कॉस्मेटिक्स इंडस्ट्री में होता है. 
सुंगधित एरोमा आदि में इसका ऑयल खूब यूज होता है. 
साबुन और डिटर्जेंट बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है. 
दवाओं के व्यापारी भी लेमनग्रास खरीदते हैं. 

Read More
{}{}