Taal Thok Ke: 23 साल पहले संसद पर हुए हमले के आतंकी अफजल गुरू को 11 साल पहले फांसी हुई थी. 2013 की इस फांसी पर उमर अब्दुल्ला ने हमदर्दी जताई है जिस आतंकी ने लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में आतंकी हमले की साजिश रची थी, उसी संसद के सदस्य खुद उमर अब्दुल्ला औऱ उनके पिता फारुक अब्दुल्ला रह चुके हैं.. उमर ने अफसोस भी जताया है कि अफजल की फांसी रोक नहीं पाए.. तो क्या उमर सत्ता चढ़ने के लिए आतंकियों से भी सहानुभूति जताने से नहीं चूक रही. देखिए देश का नंबर 1 डिबेट शो 'ताल ठोक के'. बहस में बड़ा सवाल कि इस पूरे मामले पर कांग्रेस का क्या स्टैड है. देखिए कांग्रेस प्रवक्ता रितु चौधरी ने इस सवाल पर क्या प्रतिक्रिया दी.
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