श्रीनगर के लाल चौक पर कड़ी सुरक्षा होती थी क्योंकि श्रीनगर के इस मुख्य चौराहे पर कभी भी आतंकी हमला हो जाता था. आतंकवादी गोलियां बरसाकर निकल जाते थे । स्थानीय लोग चुनाव से दूर रहते थे. उन्हें डर लगता था कि चुनावी रैलियों में दिखने पर आतंकी गोली न मार दे लेकिन अब श्रीनगर के लाल चौक की तस्वीर बदल चुकी है. अब बिना डरे श्रीनगर के लोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बन रहे हैं. यही तो बदलाव है. जो जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद आया है.