Vitamin B12 Rich Food: विटामिन बी12 की कमी हेल्थ से जुड़ी आम समस्या है, जिसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं. डॉक्टर भी अकसर इसको नजरअंदाज कर देते हैं. इसकी कमी के कारण कई बीमारियां शरीर को घेरे रह सकती हैं. विटामिन बी12 की कमी वो स्थिति होती है, जब शरीर में पर्याप्त रेड ब्लड सेल्स नहीं होते. विटामिन बी12 के जरिए ही रेड ब्लड सेल्स बनते हैं, जिससे शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन जाती है.
रेड ब्लड सेल्स के बिना आपके टिश्यू या अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती. बिना पर्याप्त ऑक्सीजन के आपका शरीर ठीक से काम नहीं करेगा. इसकी विटामिन की कमी से अमेरिका की लगभग छह प्रतिशत से 20 प्रतिशत आबादी प्रभावित है.
बी12 खाने में मिलना दुर्लभ है. यह सिर्फ एनिमल प्रोडक्ट्स से बने खाद्य पदार्थों में पाया जाता है. यह अच्छी बात है कि इंसानों को हर दिन में सिर्फ 2.4 माइक्रोग्राम बी12 की जरूरत होती है. शरीर में बी12 की पर्याप्त मात्रा के बिना लाइफ क्वॉलिटी बुरी तरह प्रभावित होती है.
क्या हैं संकेत और लक्षण
बी 12 की कमी का एक शुरुआत लक्षण थकान है. थकान या थकावट का स्तर इतना ज्यादा कि इससे रोजमर्रा के काम ही प्रभावित होने लग जाएं.
बाकी लक्षण न्यूरोलॉजिकल हैं. इसमें भ्रम, डिप्रेशन और बैलेंस बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है. अन्य लक्षणों में डायरिया, वजन कम होना, कम भूख लगना, दिल की गति का बढ़ना, चिड़चिड़ापन, चलने में परेशानी, हाथों और पैरों में सुन्नता या झुनझुनी महसूस होना और चिकनी और कोमल जीभ शामिल है.
बी12 की कमी के रिस्क फैक्टर्स
सैकड़ों अलग-अलग दवाएं हैं जो शुष्क मुंह का कारण बन सकती हैं. नतीजतन बहुत कम लार बनती है. बी12 की कमी का एक अन्य संभावित कारण पेट में अम्ल का कम स्तर है. करोड़ों अमेरिकी अल्सर-रोधी दवाएं लेते हैं जो अल्सर पैदा करने वाले पेट के एसिड को कम करती हैं. बी 12 की कमी का एक अन्य आम कारण पैंक्रियाज का ठीक से काम नहीं करना है. खराब पैंक्रियाज वाले लगभग एक तिहाई रोगियों में बी12 की कमी होती है.
बी12 की कमी का इलाज
कुछ डॉक्टर्स नियमित रूप से बी 12 और अन्य विटामिन स्तरों को मापते हैं. अगर आपको भी बी 12 की कमी के संभावित लक्षणों का अहसास हो रहा है तो आपको जांच के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए. इसके इलाज का प्रकार और ठीक होने की अवधि बी12 की कमी के कारण और गंभीरता पर निर्भर करती है. पूरी तरह से ठीक होने में एक साल तक का वक्त लग सकता है. लेकिन सही इलाज के साथ यह बहुत हद तक संभव है. इसके अलावा विटामिन बी12 के इंजेक्शन्स और फॉलिक एसिड पिल्स के जरिए भी डॉक्टरी इलाज होता है. फॉलिक एसिड के लिए आप संतरा, संतरे का जूस, पालक, चावल, सोयाबीन्स, हरी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)