Covid-19 Omicron BF.7: चीन और अमेरिका में समेत कई देशों में कोरोना के मामलों में आई तेजी ने लोगों को फिर से चिंता में डाल दिया है. इस सबको देखते हुए भारत में सुरक्षा की नजर से कोरोना से बचने के लिए फिर से कई नियम लागू किए जा रहे हैं. एक्सपर्ट ने भी अब प्रिकॉशनरी डोज लेने की सलाह दी है. रिसर्च के अनुसार, वैक्सीन डोज की एंटीबॉडी हर 3 महीने के बाद कम हो जाती है. ऐसे में जिन्होंने 3 महीने टीका लगवाया हो, उन्हें तीसरा डोज या फिर बूस्टर डोज जरूर लेना चाहिए.
बूस्टर डोज क्यों है जरूरी?
एक्सपर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस और इसके नए वेरिएंट से बचने के लिए हमें हमेशा कोविड-19 के अनुकूल व्यवहार का पालन करना चाहिए. हम जब भी बाहर निकलें तो फेस मास्क जरूर पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. इसके अलावा, प्रिकॉशनरी डोज लेकर हम कोविड के प्रसाद को रोक सकते हैं. बूस्टर डोज हमारे शरीर की इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाता है और कोरोना से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है.
क्या है भारत सरकार की तैयारी?
चीन में कोविड के कारण बेकाबू हो रहे हालातों को देखते हुए भारत सरकार ने सतर्कता और तैयारियों पर जोर देना शुरू कर दिया है. देश भर के अस्पतालों में तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मॉक ड्रिल किया है. इससे यह पता चलता है कि आपदा आने पर हम कैसे आसानी से निपट सकेंगे. इस मॉक ड्रिल के जरिए अस्पतालों में टेस्टिंग और अन्य प्रकार की तैयारियां परखी जा रही है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जारी की गाइडलाइन