Ordnance Companies Recruitment: नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए काम की खबर है. कानपुर की आयुध निर्माणियों में जल्द ही बंपर वैंकेसी निकलने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक आयुध कंपनियों (Ordnance Companies) में देश की तीनों सेनाओं में भर्ती की जा रहे 'अग्निवीरों' की तर्ज पर 'आयुध वीरों' की नियुक्ति की जाएगी. रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने गोला बारूद बनाने वाली कंपनी म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (Munitions India Limited) को इसकी परमिशन दे दी है.
आपको बता दें कि म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड ने 5 सितंबर 2022 को इस संबंध में लेटर जारी किया गया था. उत्तर प्रदेश के कानपुर की पांच आयुध निर्माणी में भी तकनीकी शाखा में 400 पदों पर भर्ती करने की कार्य योजना तैयार की जा चुकी है. इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत कब होगी इसके बारे में जल्द ही विभाग द्वारा सूचना जारी की जाएगी.
वैकेंसी डिटेल
कानपुर में 5 आयुध निर्माणी फील्ड गन फैक्ट्री, आयुध निर्माणी कानपुर, लघु शस्त्र निर्माणी, आयुध उपस्कर निर्माणी और आयुध पैराशूट फैक्ट्री में टेक्नीशियन के पदों पर भर्तियां की जाएंगी. इनमें फिटर, टर्नर, मशीनिस्ट, ग्राइंडर, वेल्डर और बीटीआर ट्रेनिंग से जुड़े पदों व स्टोर कीपर और लिपिक वर्ग के लिए 400 पद सम्मिलित किए गए हैं.
अग्निवीर की तर्ज पर आयुध वीरों की भर्ती
आयुध निर्माणी कानपुर के सीनियर ऑफिसर के मुताबिक गोला बारूद बनाने वाली कंपनी म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड को आयुध वीरों की भर्ती करने की मंजूरी मिल चुकी है. इस कंपनी में केमिकल प्रोसेसिंग वर्कर और डेंजर बिल्डिंग वर्कर की भर्ती की जाएगी. अग्निवीर की तरह ही आयुध वीरों की भर्ती 4 साल के लिए होगी.
जानें कितना मिलेगा वेतन
चयनित आयुध वीरों को 19,900 प्रतिमाह वेतन के तौर पर दिया जाएगा. इसके साथ ही महंगाई भत्ता 1 साल में 30 छुट्टियां और शेष छुट्टियों के नगदीकरण की सुविधा भी मिलेगी. इसके अलावा मकान किराया उसी स्थिति में मिलेगा जब निर्माणी के क्वार्टर खाली नहीं होंगे.
आयु सीमा
इन पदों पर आवेदन करने के लिए अभ्यर्थियों की आयु सीमा 30 साल निर्धारित की गई है. जबकि, आरक्षित वर्ग के सरकारी नियमों के मुताबिक रिजर्व कैटेगरी के अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट का प्रावधान है.
देश भर की 41 आयुध कंपनियों का हुआ विलय
आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में देश भर की 41 आयुध कंपनियों का विलय कर 7 कंपनियां बनाई गई थीं. इनमें से 3 कंपनियों के हेड क्वार्टर कानपुर में है. इसमें 13 निर्माणियों को शामिल किया गया है.