जब से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की तस्वीरें सामने आई हैं, इसकी काफी चर्चा हो रही है. इसकी एक बड़ी वजह भी है. दरअसल, पुतिन आमतौर पर अपने समकक्ष राष्ट्राध्यक्ष से ही मिलते हैं लेकिन कुछ घंटे पहले वह मुस्कुराते हुए भारत के विदेश मंत्री के सामने बैठे दिखे. इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के लिए भी परंपरा तोड़ी थी. यह रिश्ता समय के साथ मजबूत होता गया है. 2022 में यूक्रेन में लड़ाई छिड़ने के बाद जब मॉस्को पर पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगाए तब भारत प्रमुख इकोनॉमिक पार्टनरों में से एक बनकर उभरा. रूस ने अपने तेल का एक बड़ा हिस्सा भारत को बेचना शुरू कर दिया था. ऐसे में पुतिन भारत के विदेश मंत्री को काफी अहमियत दे रहे हैं. जयशंकर का दौरा वैसे भी खास है क्योंकि इस दौरान कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट पर महत्वपूर्ण समझौता हुआ है. अब प्लांट का और विस्तार किया जा सकेगा. आइए जानते हैं जयशंकर के रूस दौरे से क्या-क्या हासिल हुआ है.
#WATCH | Moscow: Russian President Vladimir Putin says, "Despite all the turmoil happening worldwide, the relationship with our true friends in Asia-India has been progressing incrementally...Regarding the situation in Ukraine, many times I advised him of how things have been… pic.twitter.com/5z2RBf8Ogz
— ANI (@ANI) December 27, 2023
रूस-भारत साथ बनाएंगे हथियार!
1. आधुनिक सैन्य हथियारों का मिलकर प्रोडक्शन करने पर प्रगति हुई है. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि मॉस्को अपने सैन्य हार्डवेयर सप्लायरों में विविधता लाने की भारत की इच्छा का सम्मान करता है. साथ ही भारत की उस इच्छा को भी पूरा करने के लिए तैयार है जिसके तहत देश अपने जरूरत के सैन्य हथियार वहीं खुद बनाना चाहता है.
2. पुतिन के साथ बैठक में जयशंकर ने कहा कि भारत-रूस के बीच ट्रेड टर्नओवर इस साल 50 अरब डॉलर पहुंच गया है. विदेश मंत्री ने यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ प्रस्तावित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बात की. इस समूह में रूस, आर्मेनिया, बेलारूस, कजाखिस्तान और किर्गिस्तान शामिल हैं. FTA पर सैद्धांतिक सहमति के बाद उन्होंने कहा कि यह जनवरी के आखिर में शुरू हो सकता है.
कुडनकुलम पर डील
3. कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट के विस्तार को लेकर हुए समझौते पर दोनों देशों ने हस्ताक्षर किए हैं. कुडनकुलम भारत का सबसे बड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट है. इसके छह रिएक्टरों को रूस के सहयोग से बनाया गया है. छह में से दो इस समय काम कर रहे हैं.
4. इसके अलावा मेडिसिन, फार्मास्युटिकल सब्सटेंस और मेडिकल उपकरणों को लेकर भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए.
मोदी जाएंगे रूस
5. जयशंकर से मुलाकात के दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को रूस आने का न्योता दिया. विदेश मंत्री ने कहा भी है कि अगले साल पीएम रूस का दौरा कर सकते हैं. मोदी-पुतिन के बीच अच्छी केमिस्ट्री देखी जाती है. भारत ने अमेरिकी प्रेशर को इग्नोर करते हुए रूस से S-400 मिसाइल सिस्टम खरीदा है.
चुनाव पर बोले पुतिन
6. पुतिन ने कहा है कि मुझे पता है कि अगले साल भारत में आम चुनाव हैं. हम भारत में अपने दोस्तों की सफलता की कामना करते हैं. हमारा मानना है कि किसी भी राजनीतिक परिदृश्य में हम अपने पारंपरिक संबंधों को कायम रख सकेंगे.
7. जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री से कारोबार-निवेश क्षेत्र में संबंध बढ़ाने, चेन्नई-व्लादिवोस्टोक रूट पर भी बात की है. ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत के साथ अफगानिस्तान के हालात पर भी चर्चा हुई.