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Brij Bhushan Singh: हिंदूवादी छवि, 6 बार सांसद, 3 बार WFI चीफ; ऐसा रहा है बृजभूषण सिंह का सफर; जानें UP के किन-किन क्षेत्रों में है दबदबा

Brij Bhushan Singh wrestlers Dispute: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के सस्पेंड होने से बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) को झटका लगा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बृजभूषण सिंह 6 बार के सांसद हैं. 1999 के बाद लगातार 5 चुनाव जीते हैं. वह एक भी चुनाव नहीं हारे.

Brij Bhushan Singh: हिंदूवादी छवि, 6 बार सांसद, 3 बार WFI चीफ; ऐसा रहा है बृजभूषण सिंह का सफर; जानें UP के किन-किन क्षेत्रों में है दबदबा
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Vinay Trivedi|Updated: Dec 24, 2023, 01:43 PM IST

Brij Bhushan Singh Profile: केंद्र सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) को निलंबित कर दिया है. हाल ही में WFI का चुनाव जीतने वाले संजय सिंह अब अध्यक्ष नहीं रहे. खेल मंत्रालय ने WFI की नई कार्यकारिणी भी सस्पेंड कर दी है और नए कुश्ती संघ के काम करने पर भी रोक लगा दी है. इससे बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) को बड़ा झटका लगा है. संजय सिंह, बृजभूषण सिंह के ही करीबी माने जाते हैं. संजय सिंह पर आरोप है कि अध्यक्ष वह जरूर थे लेकिन WFI पर कंट्रोल बृजभूषण सिंह का ही था. उन्हीं के इशारे पर सारे काम हो रहे थे. आइए जानते हैं कि महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह कौन हैं?

बृजभूषण सिंह कौन हैं?

बता दें कि बृजभूषण सिंह की छवि एक दबंग बाहुबली नेता की रही है. वो हिंदूवादी नेता माने जाते हैं. बृजभूषण सिंह यूपी के गोंडा के रहने वाले हैं. बृजभूषण सिंह कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं. बृजभूषण सिंह जब स्टूडेंट थे, तभी से पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं. बृजभूषण सिंह ने अयोध्या के अखाड़ों में काफी पहलवानी की है. कॉलेज में बृजभूषण सिंह स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं. यहीं से बृजभूषण सिंह ने राजनीति के गुर सीखे.

राजनीति में बृजभूषण सिंह का दबदबा

जान लें कि बृजभूषण सिंह 1991 में पहली बार लोकसभा के सांसद बने थे. और अब तक वह 6 बार सांसद बन चुके हैं. बृजभूषण सिंह ने 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में लगातार 5 बार लोकसभा का चुनाव जीता. बृजभूषण सिंह 2011 में पहली बार भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बने. फिर 2019 में बृजभूषण सिंह लगातार तीसरी बार WFI के अध्यक्ष चुने गए.

सपा से भी लड़ चुके हैं चुनाव

गौरतलब है कि बृजभूषण सिंह 1988 में पहली बार बीजेपी से जुड़े थे और 1991 में पहली बार रिकॉर्ड वोटों से सांसदी का चुनाव जीता था. हालांकि, मतभेदों के चलते बृजभूषण सिंह ने बीजेपी छोड़ दी थी और 2009 में सपा के टिकट पर सांसद बने थे. लेकिन एक बार फिर बृजभूषण सिंह ने बीजेपी में वापसी की और 2014 में बीजेपी के सासंद बने.

बृजभूषण सिंह का बेटा भी है विधायक

बृजभूषण सिंह का दबदबा यूपी के गोंडा के साथ ही आसपास के जिलों अयोध्या और बलरामपुर तक में माना जाता है. 1999 से अभी तक बृजभूषण सिंह एक भी चुनाव नहीं हारे हैं. बार-बार जनता ने उनको सांसद चुना है. बृजभूषण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण भी विधायक है. उन्होंने 2022 में बीजेपी के टिकट पर गोंडा से विधानसभा चुनाव जीता था.

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