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'भरोसा नहीं एक्शन चाहिए...' विदेशों में भारतीय मिशन्स में तोड़फोड़ पर भारत ने दुनिया को दिया अल्टीमेटम

Attack on Indian High Commission: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'हमारी दिलचस्पी सिर्फ आश्वासनों में नहीं है.हम एक्शन देखना चाहते हैं.' बागची ने कहा कि भारत ने इस मुद्दे को कनाडा के अधिकारियों के सामने भी उठाया है, जहां भारतीय उच्चायुक्त को एक कार्यक्रम रद्द करने पर मजबूर होना पड़ा.

'भरोसा नहीं एक्शन चाहिए...' विदेशों में भारतीय मिशन्स में तोड़फोड़ पर भारत ने दुनिया को दिया अल्टीमेटम
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Rachit Kumar|Updated: Mar 24, 2023, 10:57 PM IST

S Jaishankar: विदेशों में भारतीय मिशन्स में तोड़फोड़ की घटनाओं पर भारत ने सख्त रुख दिखाया है. शुक्रवार को भारत ने कहा कि वह ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ उन देशों से आश्वासन नहीं बल्कि एक्शन चाहता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, भारत को यह उम्मीद है कि संबंधित देश ऐसी घटनाओं को दोबारा घटने से रोकने के लिए कदम उठाएंगे. कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब में पुलिस कार्रवाई के बाद खालिस्तान समर्थकों ने लंदन, ब्रिटिश कोलंबिया, सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मिशनों में तोड़फोड़ की थी.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'हमारी दिलचस्पी सिर्फ आश्वासनों में नहीं है.हम एक्शन देखना चाहते हैं.' बागची ने कहा कि भारत ने इस मुद्दे को कनाडा के अधिकारियों के सामने भी उठाया है, जहां भारतीय उच्चायुक्त को एक कार्यक्रम रद्द करने पर मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि किसी भी देश में हमारे राजनयिक अपने वाजिब और आम राजनयिक कामों को पूरा कर सकें. मेजबान देशों को ऐसा करने के लिए बेहतर माहौल सुनिश्चित करना चाहिए.

अमृतपाल को पकड़ने की कोशिशें जारी

अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विदेशी नेताओं और सांसदों की टिप्पणी के बारे में बागची ने कहा कि विदेश में रहने वाले लोग ऐसे दुर्भावना वाली बातों पर भरोसा न करें, जिन्हें कुछ तत्व सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं. प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब में प्रशासन भगोड़े को पकड़ने के लिए अभियान चला रहे हैं और अधिकारियों को अभियान की जानकारी नियमित आधार पर दी जा रही है.

उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर हुई घटना की खबर साझा की है. उन्होंने हालांकि यह बताने से इंकार किया कि क्या इस तोड़फोड़ में भारतीयों के शामिल होने का उल्लेख किया गया है. प्रवक्ता ने कहा कि वे इस घटना से जुड़े रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं देंगे, यह अब कानूनी मामला है, यह सुरक्षा से जुड़ा मामला है. बागची ने नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग और ब्रिटिश उच्चायुक्त के आवास के बाहर सुरक्षा घटाए जाने की रिपोर्ट के बारे में कोई टिप्पणी करने से भी इनकार कर दिया.

तिरंगा उतारने की कोशिश की थी

गौरतलब है कि खालिस्तानी झंडे लहराते और नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहराए गए तिरंगे को पिछले रविवार को उतारने की कोशिश की थी. भारत ने रविवार की रात को नई दिल्ली में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त को तलब किया था और कम सिक्योरिटी पर जवाब मांगा था. इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ब्रिटेन में भारतीय राजनयिक परिसरों और कर्मियों की सुरक्षा के प्रति ब्रिटेन सरकार की उदासीनता स्वीकार नहीं की जाएगी. ब्रिटेन के शीर्ष अधिकारियों ने कहा था कि ब्रिटेन सरकार भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को गंभीरता से लेगी और उन्होंने मिशन में तोड़फोड़ को अपमानजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया था.

(एजेंसी-पीटीआई)

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