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History of paper currency: पेपर करेंसी का इतिहास , जानिए इतिहास में आज का दिन क्यों है महत्वपूर्ण..

History of paper currency: पेपर करेंसी को देखकर आपके जेहन में कई तरह के सवाल आते होंगे, जैसे कब से इसकी शुरुआत हुई, पहली बार कब इसका इस्तेमाल किया गया और भी बहुत कुछ. तो आज हम बात करेंगे करेंसी के इतिहास से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों का. दरअसल, 361 साल पहले यानी साल 1661 में आज ही के दिन यूरोप में पहली बार करेंसी नोट छपा था. स्वीडन के पहले बैंक स्टॉकहोम बैंकों ने यूरोप में पहला असली कागजी नोट जारी किया था. इसके बाद से ही दुनिया में कागज के नोट प्रचलन में आए. हालांकि, स्वीडन से भी पहले चीन के राजाओं ने छठी, नौवीं और 11वीं शताब्दी में कागज के बिल जारी किए थे, लेकिन वो आम लोगों के बीच चलन के लिए नहीं थे. हमारे देश में करेंसी का इतिहास 2500 साल से भी ज्यादा पुराना है. कागज का पहला नोट 1862 में अंग्रेजों ने जारी किया था,जिस पर ब्रिटिश महारानी विक्टोरिया के चित्र थे. भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी पहली करेंसी 1938 में छापी थी और पांच रुपये के नोट पर किंग जॉर्ज की तस्वीर थी, तो कुछ इस तरह दुनिया में कागज के नोट का प्रचलन देखने को मिला....

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