हरदीप नेगी/देहरादून: विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ यात्रा 25 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. दुनिया भर से इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु पहुंचने की उम्मीद है. यात्रियों की संख्या को देखते इस साल टोकन व्यस्था लागू की गई है और इसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को सौंपी गई है. श्रद्धालु टोकन लेकर अपनी बारी आने पर केदारनाथ धाम के दर्शन कर पाएंगे. पहले चरण में टोकन देने के लिए पांच काउंटर लगाए गए हैं और साथ ही श्रद्धालु अपना ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा. इसके साथ ही यात्रियों का बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा.
दरअसल, ग्यारहवें ज्येार्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के लिए 14 दिन का समय शेष बचा है. जिला प्रशासन केदारनाथ में बेहतर व्यवस्था उपलब्थ कराने में लगा हुआ है, लेकिन मौसम प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है. केदारनाथ और उसके आस पास की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए जिला प्रशासन लगातार हाथ पांव मार रहा है, मगर मौसम लगातार बदल रहा है. मौसम साफ होता है तो केदारनाथ और उसके आस पास की बर्फ पिघलने और कार्य में प्रगति आएगी. लगातार हो रही बर्फबारी और बारीश से काम करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जानकारी के मुताबिक अभी भी केदारनाथ धाम में कहीं-कहीं 5 फीट से ज्यादा मोटी बर्फ की चादर बिछी है तो कहीं दो फीट के आस पास. इसके साथ ही जहां-जहां टैंट कॉलोनी लगनी हैं वहां भी बर्फ जमी हुई है. जिला प्रशासन का कहना है अगर रास्ते की बात करें तो जहां रास्ता टूटा हुआ है वहां पर रास्ता बना रहे हैं. रैलिग भी लगा रहे हैं. पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से की जा रही है. इसी प्रकार की तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. सड़क मार्ग को भी ठीक कर दिया गया है. बताया जा रहा है 15 अप्रैल तक केदारनाथ धाम में काम पूरे कर दिए जाएंगे. सभी विभागों को कार्य पूरा करने के लिए 20 अप्रैल की डेड लाइन दी गई है.
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