लखनऊ : उत्तरप्रदेश की योगी सरकार यूपी बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए खास सख्ती बरत रही है. इसी कड़ी में परीक्षा में पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं पर सुरक्षात्मक क्यूआर कोड, बोर्ड का लोगो और कवर पेज पर कोडिंग की गई है. उत्तर पुस्तिकाओं पर पेज नंबर के साथ ही इसे चार रंगों में छपवाया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि कक्ष निरीक्षकों को भी पहली बार क्यूआर कोड युक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र दिया जा रहा है. इससे कक्ष निरीक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करने में आसानी होगी. माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि इस बार केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षाओं की समुचित व्यवस्था देखने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.
यूपी बोर्ड दसवीं और बारहवीं की परीक्षा 22 फरवरी से शुरू हो रही है. परीक्षा में नकल रोकने के लिए बोर्ड ने कई सख्त कदम उठाए हैं. परीक्षा केंद्रों पर तैनात कक्ष निरीक्षकों के आईकार्ड पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा. बोर्ड मुख्यालय द्वारा बनाए गए प्रारूप पर जारी होगा कक्ष निरीक्षकों का आई कार्ड. परीक्षा से एक सप्ताह पहले कक्ष निरीक्षकों को परिचय पत्र मिलेगा. प्रदेश भर के परीक्षा केंद्रों पर करीब 2 लाख 75 हजार कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होगी. प्रदेश के सभी जिलों के लिए धागे की सिलाईयुक्त उत्तरपुस्तिकाओं की व्यवस्था की गई है. इससे स्टेपलर की पिन निकालकर पन्ने जोड़ने और बदलने में मदद मिलेगी.
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उत्तरपुस्तिका डार्क ब्राउन रंग एवं कॉपी डार्क वायलट रंग की होगी. वहीं इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिका डार्क मजेन्टा पिंक रंग और उत्तरपुस्तिका डार्क लाल रंग में छापी गई है. उत्तरपुस्तिकाओं की रूलिंग भी कवर के रंगों के मुताबिक ही तैयार की गई गई हैं. उत्तरपुस्तिका एवं कलापत्र आदि के कवर पेज पृष्ठ तथा अंतिम पृष्ठ माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश का लोगो सिक्योरिटी कोड के तहत प्रकाशित है. उत्तर पुस्तक के भीतर के पृष्ठ पर भी लोगो लगा है.
8265 परीक्षा केंद्र, 55 लाख परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा के लिए 29,47,325 और इंटरमीडिएट के लिए 25,77,965 यानी कुल 55,25,290 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. राज्य भर में 8,265 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें राजकीय परीक्षा केंद्रों की संख्या 566 है, वित्तपोषित कॉलेजों के परीक्षा केंद्र 3,479 और वित्तविहीन कॉलेजों के 4,220 परीक्षा केंद्र हैं.