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हर साल 20 हजार दवाओं के नमूनों की होगी जांच, अब तक 83 करोड़ की नकली दवा सीज़

Fake Medicines Seized: मुख्य सचिव अनिता सिंह ने बताया कि 8 मार्च से 1 सितंबर तक 174 छापेमारी की गई हैं... 6 करोड़ रुपये की नकली दवाएं सीज की...

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हर साल 20 हजार दवाओं के नमूनों की होगी जांच, अब तक 83 करोड़ की नकली दवा सीज़
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Zee Media Bureau|Updated: Sep 05, 2022, 08:04 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नकली दवा निर्माताओं और मिलावटखोरों की अब खैर नहीं. जल्द ही इनपर योगी सरकार का हंटर चलने जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) को दवाओं और खाद्य पदार्थो के सैंपल बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, जिसके तहत जल्द हर साल 20 हजार सैंपल लिए जाएंगे, जबकि पांच साल पहले आठ हजार से भी कम नमूने लिए जाते थे.

योगी सरकार के कार्यकाल में 83 करोड़ की नकली दवाएं सीज़
एफएसडीए ने 24 अगस्त से एक सितंबर तक ड्रग माफिया के खिलाफ चले अभियान में 32 लाख से अधिक की नकली दवाएं सीज की हैं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, योगी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में एफएसडीए ने 83 करोड़ रुपये की नकली दवाएं सीज की हैं और 7 हजार से अधिक दवा लाइसेंस निरस्त किए गए हैं, जबकि 770 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.

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मार्च से अब तक 66 आरोपी गिरफ्तार
मुख्य सचिव अनिता सिंह ने बताया कि इस साल 8 मार्च से एक सितंबर तक 174 छापेमारी की गई हैं और करीब 6 करोड़ रुपये की नकली दवाएं सीज की हैं. बिना लाइसेंस और नकली औषधि में 66 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

हर साल 60 हजार नमूने पहुंचेंगे 
मुख्यमंत्री योगी ने अपने पिछले कार्यकाल में एफएसडीए को प्रदेश में प्रयोगशालाओं की क्षमताओं को बढ़ाने के निर्देश दिए थे. इसके तहत मेरठ, वाराणसी और आगरा की प्रयोगशालाएं अपग्रेड हुई हैं. फिलहाल, प्रदेश के छह मंडलों मेरठ, आगरा, झांसी, लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर में एफएसडीए की लैब संचालित हैं. 12 अन्य मंडलों में 934 करोड़ की लागत से एफएसडीए की प्रयोगशालाओं का निर्माण हो रहा है और अगले डेढ़ वर्ष में पूरा हो जाएगा. इसके अलावा, प्रदेश के दो जिलों के बीच एक सचल खाद्य प्रयोगशाला का संचालन भी किया जाएगा और हर साल 60 हजार खाद्य नमूने लिए जाएंगे.

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30 अगस्त को चेकिंग के दौरान भंडाफोड़
एफएसडीए ने अलीगढ़ में हाल ही में 30 अगस्त को बिना लाइसेंस संचालित एक होम्योपैथिक दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था, जिसमें 25 लाख की पशुओं की दवा और फूड सप्लीमेंट बरामद किए गए थे. साथ ही, दवाओं की जांच के लिए छह नमूने लिए गए और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.

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