सैयद हुसैन अख्तर/रायबरेली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रायबरेली (Raebareli) में रहस्यमयी मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज फिर अचानक हुई एक मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है. दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग लगातार इन मौतों को स्वाभाविक बताते हुए एक ही गांव में एक साथ इतने लोगों की मौत को महज इत्तेफाक मान रहा है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने यहां पांच दिन के लिए कैम्प लगाया है. बता दें की स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार सभी गांव वालों की गहन जांच पड़ताल कर रही है. पूरा मामला लालगंज तहसील में खीरों ब्लॉक के भीतरगांव का है.
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आपको बता दें कि 36 घंटों में अचानक 6 मौतों से लोग डरे हुए हैं. दरअसल, इनमें ज़्यादातर की मौत चलते फिरते हुई है, जबकि मरने वालों में कई ऐसे भी हैं, जो रात को सोए तो फिर कभी उठे ही नहीं. कल रात तक ये सिलसिला एक के बाद एक जारी रहा. इसके बाद जिला प्रशासन भी इस मामले को लेकर चौकन्ना हुआ. आनन-फानन में सीएचसी के डॉक्टरों ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की. इसके बाद बताया गया कि सभी मौतें स्वाभाविक हैं. ये महज इत्तेफाक है कि कुछ घंटे के भीतर इतने लोगों की मौत हुई है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के हाथ पैर तब फूल गए जब आज फिर राजस्व विभाग में अमीन के पद पर तैनात रहे सत्तीदीन की उस वक्त मौत हो गई, जब वह सुबह घर के बाहर झाड़ू लगा रहे थे.
इस मामले में परिजनों की मानें तो कि वह लोग गांव में हुई पांच मौतों से स्तब्ध थे, लेकिन तभी खुद उनके घर का ही एक स्वस्थ्य व्यक्ति दम तोड़ गया. उधर गांव में कैम्प कर रहे डॉक्टर फारूकी का कहना है कि मृतकों में ज्यादरत की बीपी सूगर की हिस्ट्री रही है. लापरवाही और जानकारी के अभाव में इनकी मौत होना लग रही है. हालांकि, कोई लापरवाही न हो इसलिए वह कैम्प कर रहे हैं. उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए छुट्टी पर चल रहे सीएमओ को भी ज़िलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया. लखनऊ से सीधे गांव पहुंचे सीएमओ ने मेडिकल कैम्प के अलावा संक्रामक रोगों और कोविड की जांच से लेकर पीने के पानी की जांच का भी निर्देश दिया है.