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Mahoba News: सरकारी स्कूल की जर्जर छत का पंखा सहित गिरा मलवा, महिला शिक्षा मित्र सहित एक छात्र घायल

Mahoba News: महोबा में एक सरकारी स्कूल का जर्जर छज्जा गिर जाने से एक शिक्षा मित्र सहित छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया. जिन्हे तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया. गनीमत रही कि छत का कुछ हिस्सा गिरा नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. 

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Mahoba News: सरकारी स्कूल की जर्जर छत का पंखा सहित गिरा मलवा, महिला शिक्षा मित्र सहित एक छात्र घायल
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Zee Media Bureau|Updated: Sep 08, 2022, 11:47 PM IST

राजेंद्र तिवारी/महोबा: सरकार भले ही सर्व शिक्षा अभियान में लाखों रुपये खर्च कर रही हो, मगर लापरवाह जिम्मेदारों की वजह से आए दिन सरकारी विद्यालयों की पोल खुल रही है. अधिकारियों की उदासीनता के कारण जर्जर सरकारी विद्यालयों में पढ़ने के लिए मजूबर नौनिहालों का कोई हाल पूछने वाला नहीं है.

ताजा मामला महोबा जिले के पनवाड़ी स्थित प्राथमिक विद्यालय मसूदपुरा का है. जहां विद्यालय की छत का एक जर्जर हिस्सा पंखा सहित अचानक गिरने से एक महिला शिक्षा मित्र रामदेवी सहित छात्र सलमान गंभीर रूप से घायल हो गया. जिन्हे तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया. गनीमत रही कि छत का कुछ हिस्सा गिरा नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. 

शिकायत के बाबजूद भी नही हुई सुनवाई
शिक्षामित्र रामदेवी की मानें तो कई बार ग्राम प्रधान को इसके बारे में अवगत कराया कि जर्जर छत को सही कराया जाए लेकिन किसी ने कोई नहीं सुनी और आज हादसा हो गया. जब कक्षा में महिला शिक्षा मित्र रामदेवी पढ़ा रही थीं तभी छात्र सलमान बगल में खड़ा था. इसी दौरान जर्जर छत मलबा पंखा सहित गिर गया, जिससे रामदेवी और सलमान घायल हो गए. 

वहीं, घटना पर विद्यालय के प्रिंसिपल बताते हैं कि विद्यालय की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है, अचानक छत का प्लास्टर गिर गया, बच्चे पीछे होने के कारण बड़ा हादसा टल गया. इसके बारे में अपने अधिकारियों को जानकारी दी गई थी लेकिन बिल्डिंग की मरम्मत का कार्य नहीं किया जा सका है. 

DPRO के वरिष्ठ लिपिक 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार
महोबा जिले के विकासखंड कबरई में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी आलोक द्विवेदी का 2 माह से वेतन रुका हुआ था. जिसको लेकर आलोक द्विवेदी ने कई बार कार्यालय पहुंच वेतन निकालने की बात कही थी. लखनऊ एंटी करप्शन टीम ने बताया कि जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी आलोक द्विवेदी से 2 महीने का वेतन बहाल करने के एवज में 15000 रुपये की रिश्वत मांगी गई थी. जिसकी शिकायत 1 सितंबर को एंटी करप्शन टीम लखनऊ को मिली थी. इसी आधार पर एंटी करप्शन टीम लगातार दोनों के संपर्क में थी. आज हंड्रेड फॉर्म होटल में वैभव मिश्रा ने आलोक द्विवेदी से 15000 रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. 

 

 

 

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