trendingNow/india/up-uttarakhand/uputtarakhand01546693
Home >>Uttar Pradesh

Lakhimpur Kheri: मैं छोटा बच्चा हूं कैदी नहीं, क्या पापा से मिलने की ऐसी सजा दोगे पुलिस अंकल?

UP News: लखीमपुर खीरी में जिला जेल से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे. कहीं न कहीं आपको गुस्सा भी आएगा. मामला जेल में बंद एक कैदी के बच्चे से जुड़ा है. पढ़ें पूरी खबर...

Advertisement
Lakhimpur Kheri: मैं छोटा बच्चा हूं कैदी नहीं, क्या पापा से मिलने की ऐसी सजा दोगे पुलिस अंकल?
Stop
Ujjwal Kumar Rai|Updated: Jan 27, 2023, 05:21 PM IST

दिलीप मिश्रा/लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri ) में जिला जेल से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे. मामला जेल में बंद एक कैदी के बच्चे से जुड़ा है. जहां लखीमपुर जिला कारागार में बंद पिता से मिलने गए बच्चे को जेल के गारदों ने ऐसा ठप्पा लगा दिया जो जेल प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है. आइए बताते हैं पूरा मामला.

जेल मैनुअल से किया जा रहा खिलवाड़ 
आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी जिला कारागार में खुले तौर पर जेल मैनुअल से खिलवाड़ किया जा रहा है. दरअसल, जेल में तैनात पुलिसकर्मी नियमों को लेकर कितने बेपरवाह और कितने असंवेदनशील हैं, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जेल में पिता से मिलने गए 4 साल के मासूम के गाल पर जेल की मुहर लगा दी गई. इस संवेदनहीनता की तस्वीरें जेल प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े कर रही हैं. फिलहाल, मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले में एक्शन करने के बजाए इस संवेदनहीन कृत्य को मजाक बताया जा रहा है.

मामले में डिप्टी जेलर ने दी जानकारी
आपको बता दें कि मासूम बच्चा अपनी दादी के साथ जेल में बंद पिता से मिलने आया, इस दौरान हुई मुहर मारने की घटना से मासूम काफी अचरज में पड़ गया. इस मामले में डिप्टी जेलर के के पांडे ले जानकारी दी. उन्होंने मामले को मजाक करार दिया. उन्होंने कहा कि बच्चे से मजाक में ऐसा किया गया है. वहीं, इस मामले में जेल में परिजनों के आने वाले छोटे बच्चों के मुहर लगाए जाने से इनकार किया है.

दादी के साथ जेल में बंद पिता से मिलने आया था बच्चा
सवाल ये है कि सरकार एक तरफ बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ माह में एक खास दिन पढ़ाई करने वाले बच्चों को कभी एक दिन का डीएम, सीडीओ, एसपी बनाती है, ताकि बच्चे लगन से पढ़ाई करने के साथ ही उच्च लक्ष्य बनाकर उच्च पदों पर पहुंचें. वहीं, जेल से आ रही ये खबर, जेल अधिकारियों और गारदों का रवैया सरकार के सभी सकारात्मक प्रयासों पर पलिता लगा रहा है. अब देखना ये है कि मामले में एक्शन होता भी है या नहीं. 

Read More
{}{}