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Kashi Tamil Sangamam : राम नगरी को करीब से देख अभिभूत हुए तमिल मेहमान, लगाए जय श्रीराम के नारे, जानें क्‍या हैं आयोजन के मायने

काशी तमिल संगमम आयोजन के तहत तमिल मेहमानों का पहला जत्‍था सोमवार देर शाम अयोध्‍या पहुंचा. मेहमानों का धूमधाम से स्‍वागत किया गया. इस दौरान सासंद और जिलाधिकारी मौजूद रहे. 

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Kashi Tamil Sangamam : राम नगरी को करीब से देख अभिभूत हुए तमिल मेहमान, लगाए जय श्रीराम के नारे, जानें क्‍या हैं आयोजन के मायने
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Zee Media Bureau|Updated: Nov 22, 2022, 10:37 AM IST

Kashi Tamil Sangamam : काशी तमिल संगमम के मेहमान सोमवार देर शाम अयोध्या पहुंचे. तमिल मेहमानों का धूमधाम से स्वागत किया गया. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. तमिल मेहमानों के स्वागत में भाजपा सांसद लल्लू सिंह समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया. स्‍वागत से अभिभूत मेहमानों ने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य का विषय है कि हम आज अयोध्या पहुंचे हैं और रामलला के दर्शन करेंगे. 

राम नगरी को करीब से देखने का मौका 
इस दौरान तमिल मेहमानों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहनीय पहल है. ऐसे सराहनीय पहल से यह संभव हो पाया कि हम भगवान राम की नगरी को बहुत करीब से देख पाएंगे. आगामी 17 दिसंबर तक तमिल मेहमानों का दल अलग-अलग तिथियों में अयोध्या पहुंचेगा. इस दौरान मेहमानों को राम नगरी की संस्कृति से रूबरू कराया जाएगा. 

17 दिसंबर तक आते रहेंगे मेहमान 
बता दें कि इन दिनों वाराणसी में काशी तमिल समागम चल रहा है. यहां से प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर बड़ी संख्या में तमिल मेहमान उत्तर प्रदेश के तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं. काशी से अयोध्या पहले चरण में 220 लोग पहुंचे हैं. यह दल मंगलवार सुबह भगवान रामलला का दर्शन करेगा. साथ ही हनुमानगढ़ी जाएंगे और आरती करेंगे. जिलाधिकारी अयोध्या ने बताया कि 12 ग्रुप अलग-अलग दिनों में 17 दिसंबर तक अयोध्या पहुंचेगा. 

यहां के संस्‍कृति से रूबरू होंगे मेहमान 
तमिलनाडु के ग्रुप के लोग अयोध्या काशी और प्रयागराज का भ्रमण कर रहे हैं. यहां की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं. डीएम ने कहा कि यूपी और तमिलनाडु के परस्पर संबंधों को प्रगाढ़ता मिलेगी और सांस्कृतिक समन्वय की एक नई मिसाल कायम होगी. नॉर्थ इंडिया और साउथ इंडिया का जो कल्चर है जो सीखे जाते हैं बेहतर भारत का कैसे निर्माण हो सकता है उसी का एक नीव यह आयोजन है. उसी क्रम में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने शुरुआत की है कि बेहतर तरीके से इस कार्यक्रम को आयोजित करें और एक-दूसरे के कल्चर को लोग समझे, संस्कृति को जाने और उसका सम्मान करें. 

भगवान राम ने पूरे देश को जोड़ने का काम किया 
सांसद अयोध्या लल्लू सिंह ने कहा कि त्रेता युग में भगवान राम ने पूरे देश को जोड़ने का काम किया था, उसी तरह नरेंद्र मोदी भगवान राम के पद चिन्हों पर चलते हुए मर्यादा के प्रतीक राम की नगरी में इस डेलिगेशन को भेजा है हम सब अयोध्यावासी उनका स्वागत करते हैं. यह विश्वास है कि अयोध्या में दर्शन पूजन के बाद तमिल जब जाएंगे तो वहां पर अपने क्षेत्र के वासियों को अयोध्या के विस्तृत रूप को बताएंगे. 

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