मुजफ्फरनगर: कांवड़ मेले की शुरुआत हो चुकी है. जिसके चलते शिव भक्त हरिद्वार से गंगा जल भरकर अपने अपने गंतव्य की और जाने लगे हैं. 14 जुलाई से सावन माह शुरू हो रहा है, जिसमें शिव भक्त हरिद्वार से जल भरकर शिवालयों पर 26 जुलाई को शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को जलाभिषेक करेंगे. इस दौरान एक से एक रंग बिरंगी अनोखी कांवड़े देखने को मिलती हैं. कोई डाक कांवड़ लाता है तो कोई लाखों रुपये लगाकर बड़ी कांवड़ तो कोई सैकड़ों किलोमीटर का सफ़र पैदल तय कर अपने गंतव्य को जाता है.
इसी कड़ी में मंगलवार को हरिद्वार से 121 किलो गंगा जलभर कर शोभित त्यागी पैदल अपने साथियों संग मुज़फ्फरनगर पहुंचा. बुलंदशहर निवासी शोभित त्यागी की माने तो ये उनकी तीसरी कांवड़ है, जिसे इन्होंने 27 जून को हरिद्वार से उठाया था. रोज़ाना 7 से 8 किलोमीटर पैदल चलकर 26 जुलाई शिवरात्रि को शोभित बुलंदशहर स्थित शिवालय पर जलाभिषेक करेंगे.
शोभित ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनको बुलंदशहर जाना है और हरिद्वार हर की पौड़ी से 27 तारीख़ को जल भरा था. आज 15 दिन हो गए यात्रा को 7 से 8 किलोमीटर रोज़ाना चलते हैं. हमारे समूह में 4 सदस्य हैं, ये तीसरी कांवड़ है.
इसके साथ ही आपको बता दे कि बुधवार को केली निवासी एमबीए के छात्र केशव त्यागी भी हरिद्वार से 101 किलो गंगा जल भरकर पैदल कांवड़ लेकर अपने समूह के साथ मुज़फ्फरनगर पहुंचे था. जहां उन्होंने बताया की नौकरी की चाहत में उन्होंने ये कावड़ उठाई है. जिसके चलते केली का ये शिवभक्त 1 जुलाई से निरंतर पैदल चलते हुए 26 जुलाई को केली स्थित अपने शिवालय पर भोले का जलाभिषेक करेंगे.
101 किलो की कांवड़ उठाये केशव त्यागी ने बताया कि उनके समूह के एक सदस्य विकास जाट ने 75 किलो तथा अमन त्यागी ने 51 किलो गंगा जल की कांवड़ उठाई है.