trendingNow/india/up-uttarakhand/uputtarakhand01642434
Home >>Uttar Pradesh

Easter Sunday 2023: कब है ईस्टर संडे? जानें इस दिन अंडे क्यों किए जाते हैं गिफ्ट

Easter Sunday 2023:  ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह के बलिदान को याद किया जाता है तो वहीं ईस्टर संडे पर उनकी खुशी दोगुनी होती है... ऐसा इसलिए क्योंकि ईसाई धर्म के लोगों का मानना है कि अप्रैल में गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी आने वाले रविवार को ईसा मसीह दोबारा जीवित हुए थे...

Advertisement
प्रतीकात्मक फोटो
Stop
Preeti Chauhan|Updated: Apr 07, 2023, 01:47 PM IST

Easter Sunday 2023: गुड फ्राइडे (Good Friday) के तीसरे दिन ईस्टर (Easter) का पर्व मनाया जाता है. ईसाई  लोग ईसा मसीह (Jesus Christ) के दोबारा जन्म की खुशी में इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं. ऐसी मान्यताएं हैं कि प्रभु यीशु गुड फ्राइडे के तीसरे दिन पुनर्जीवित हुए थे. इसी घटना को ईस्टर संडे के नाम से जाना जाता है.गुड फ्राइडे को ईसाई शोक दिवस के रूप में मनाते हैं. ईसाई धर्म में ईस्टर संडे का विशेष महत्व होता है.  इस साल ईस्टर संडे 09 अप्रैल को है.  आइए जानते हैं इस पर्व से जुड़ी कुछ खास बातें... 

क्यों खास है ईस्टर डे?
ईसाई मान्यताओं के अनुसार यीशु भगवान के पुत्र थे और इसलिए फांसी लगने के 3 दिन बाद वे फिर से जीवित हो गए थे.  जिस दिन उन्हें फांसी दी गई, उसे गुड फ्राइडे और जिस दिन वे पुनर्जीवित हुए उसे ईस्टर कहा जाता है. गुड फ्राइडे को ईसाई शोक दिवस के रूप में मनाते हैं. कथाओं के मुताबिक ईस्टर पर दोबारा जीवित होने के बाद यीशु ने 40 दिनों तक अपने शिष्यों को सत्य के रास्ते पर चलने का संदेश दिया था. उसके बाद वे स्वर्ग चले गए.

क्या हुआ था गुड फ्राइडे के दिन ?  
प्रभु यीशु प्रेम और शांति के मसीहा माने जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को धार्मिक कट्टरपंथी ने सूली पर चढ़ा दिया था.  जब प्रभु यीशु को शूली पर चढ़ाया गया तो उनके अनुयाई निराशा हो गए.  हालांकि इसके तीन दिन बाद संडे के दिन वे जीवित हो उठे.  इसके बाद उनके अनुयाइयों में खुशी की लहर दौड़ गई और तब से ईसाई धर्म में ये पर्व  मनाया जाता है.

Akshaya Tritiya 2023: अक्षय तृतीया पर नहीं सताएगी महंगाई, शुभ संयोग में 1 रुपये में सोना खरीदकर लक्ष्मी पाने का मौका

ऐसे मनाया जाता है ईस्टर संडे?

ईस्टर संडे के दिन ईसाई धर्म को मानने वाले लोग चर्च में जाते हैं और प्रभु यीशु को याद करते हैं.  उनकी याद में गिरजाघर में मोमबत्तियां जलाई जाती हैं.  लोग बाइबिल पढ़ते हैं और प्रभु यीशु के जीवित होने की खुशी में एक दूसरे को बधाई देते हैं.  ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिन ईशा मशीह के जीवित होने के बाद उनको यातनाएं देने वाले और सूली पर चढ़ाने वाले लोगों को भी बहुत पश्चाताप हुआ था, इसलिए इसे बदलाव का भी दिन माना जाता है. ईस्टर संडे को खजूर इतवार के नाम से भी जाना जाता है.

अंडों का महत्व
ईस्टर पर अंडों का विशेष महत्व होता है. ईसाई धर्म के लोग इस दिन अलग-अलग तरह से अंडों को सजाते हैं. एक-दूसरे को अंडे गिफ्ट में भी देते हैं. ऐसा कहा जाता है कि अंडे नया उत्साह और नई उंमग से भरने का संदेश देता है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.

WATCH: गुड नहीं शोक का दिन होता है गुड फ्राइडे, जानें इस दिन को लेकर नंबर 33 का राज

 

 

Vaisakh Month 2023: शुरू हुआ साल का दूसरा महीना वैशाख, जानें माधव मास में क्या करें और क्या न करें?
 

 

Read More
{}{}